नोएडा। सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस ने चेकिंग के दौरान कार से हवाला की 10 लाख रुपये की नकदी पकड़ी है। 28 आधार कार्ड (25 नकली व तीन आरोपितों के), दो टैब, पांच मोबाइल, घटना में प्रयुक्त एसेंट कार की है।
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान हरियाणा करनाल के राजीव शर्मा, सोनीपत के संदीप राणा, मेरठ के विशाल कुमार व अलवर (राजस्थान) के विजय गुप्ता के रूप में हुई है। कार सवार लोग पैसा कहां से लाए थे उसका कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके है, जिस कारण पुलिस ने रुपये को कोतवाली के मालखाने में जमा कराया है।
कोतवाली पुलिस शनिवार देर रात सेक्टर-37 के पास चेकिंग कर रही थी। सेक्टर-37 से सेक्टर-44 कट की तरफ एक एसेंट कार सवार चार लोग जाते दिखे। शक होने पर पुलिस ने कार को रुकवा करके तलाशी ली। जिसमें करीब 10 लाख रुपये नकद मिले। बरामद हुए रुपये की पूछताछ पर आरोपित कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जिसके बाद पुलिस बरामद हुए रुपये और आरोपितों को कोतवाली में ले आई। कई घंटों के पूछताछ के बाद आरोपितों ने सब कुछ सच उगल दिया।
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पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर आगामी नगर निकाय चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के उद्देश्य से लगातार संदिग्ध वाहन व व्यक्तियों की चेकिंग का अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के क्रम में दिनांक आरोपितों को बोटेनिकल गार्डन आटो स्टैंड के पास से से गिरफ्तार किया गया है।
डीसीपी हरीश चंदर का कहना है कि आरोपित हवाला के पैसे का अवैध रूप से लेनदेन करते हैं। यह यह लेनदेन देश एवं देश से बाहर अन्य देशों में एक कंपनी बालाजी इंजीनियर्स एंड कंस्ट्रक्शन बीकानेर (राजस्थान) के पीएनबी बैंक के खाता के माध्यम से इधर-उधर ट्रांसफर कर सफेद धन में बदलते है।
बरामद मोबाइल व टैबलेट के द्वारा ही काले धन को सफेद में बदला जाता है। पुलिस संबंधित बैंक खाते के साथ कंपनी के बारे में जानकारी जुटा रही है। द्वारा काले धन को आरोपितों के खिलाफ आइपीसी की धारा 419 (जो भी कोई प्रतिरूपण द्वारा छल करेगा), 420 (धोखाधड़ी), 467 (किसी मूल्यवान सुरक्षा की जालसाजी), 468 (धोखा देने के उद्देश्य से कूटरचना), 471 (कूटरचित दस्तावेज), 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत केस दर्ज कर जेल भेजा गया है। आरोपितों के आपराधिक इतिहास के बारे में अन्य थानों से जानकारी की जा रही है।
ब्लैक मनी को खपाने का करते थे काम
इसके बाद पुलिस ने आयकर विभाग के अधिकारियों को सूचित किया। बरामद नकदी की गिनती आयकर विभाग द्वारा पूछताछ के बाद की गई। आयकर विभाग की टीम देर रात ही नकदी की गिनती मशीन से की गई। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि यह आरोपित ब्लैक मनी को खपाने का काम करते थे और कमीशन लेकर ब्लैक मनी को व्हाइट में बदलते थे।
निकाय चुनाव में नोट फॉर वोट?
पुलिस ने नकदी ले जाते हुए जिन लोगों को पकड़ा है उनमें हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लोग शामिल है। हवाला में पकड़ी गई इस नकदी को उत्तर प्रदेश नगर निका चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। यह नकदी आगे किसके हवाले की जानी थी। इसका अभी तक पर्दाफाश नहीं हो पाया है।