Home Breaking News ग्रेटर नोएडा के सरिया तस्कर और स्क्रैप माफिया रवि काना समेत 16 पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज, गैंग के 4 सदस्य गिरफ्तार
Breaking Newsअपराधएनसीआरग्रेटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा के सरिया तस्कर और स्क्रैप माफिया रवि काना समेत 16 पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज, गैंग के 4 सदस्य गिरफ्तार

Share
Share

ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में सरिया और स्क्रैप माफियाओं के खिलाफ कमिश्नरेट पुलिस ने बड़ी कार्यवाही की है। ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 पुलिस ने स्क्रैप माफिया रवि नागर उर्फ रवि काना उर्फ रविन्द्र सिंह और उसकी पत्नी मधु सहित उसके गिरोह के 16 सदस्यों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्यवाही जिले की कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर किया गया है।

युवती के साथ गैंगरेप मामले में नोएडा सेक्टर-39 कोतवाली में रवि काना समेत 5 शातिर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें से तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। अभी रवि काना फरार है, लेकिन उसकी तलाश के लिए पुलिस ने कई स्थानों पर दबिश दी।

डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी आरोपी शातिर किस्म के स्क्रैप माफिया है। जिनका एक सक्रिय गैंग है। इस गैंग का गैंग लीडर रवि नागर उर्फ रविन्द्र सिंह उर्फ रवि काना है। राजकुमार नागर, तरून छोंकर, अमन, विशाल, अवध उर्फ बिहारी उर्फ अमर सिंह, महकी नागर उर्फ महकार, अनिल, विक्की, अफसार, राशिद अली, आजाद नागर, प्रहलाद, विकास नागर, कुमारी काजल झा और मधु इस गैंग के सदस्य है। जो सरिया व स्क्रैप के व्यवसाय में लम्बे समय से सक्रिय है।

डीसीपी ग्रेटर नोएडा ने आगे बताया कि इस गैंग के सदस्यों ने विभिन्न निर्माणाधीन साईटों पर जाने वाले सरिये के ट्रकों को रोककर चालक से मिलीभगत कर सरिया उतरवा लेते हैं। रवि नागर उर्फ रविन्द्र सिंह उर्फ रवि काना से साईट के मैनेजर को डरा धमकाकर स्टॉक बुक में पूरा वजन अंकित कराते हैं।

See also  यूजीसी ने कहा, रद्द नहीं हो सकती अंतिम वर्ष की परीक्षा, सुप्रीम कोर्ट में फैसला सुरक्षित

इसके बाद उतारे गये सरिया को बाजार भाव से व्यापारियों को बेचकर गैंग के लिये अनुचित आर्थिक लाभ प्राप्त करते हैं। विभिन्न व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाले स्क्रैप का ठेका भी इस गैंग द्वारा प्रतिष्ठान के मालिकों को डरा धमकाकर मनचाही दर पर अपने गैंग के सदस्यों के लिये प्राप्त करते हैं। जिससे व्यवसायिक प्रतिष्ठान को आर्थिक नुकसान होता है और गैंग के सदस्यों को अनुचित आर्थिक लाभ मिलता है।

Share
Related Articles
Breaking Newsदिल्लीराज्‍य

नेपाल फेस्टिवल इंडिया 2025: भारत-नेपाल व्यापार, पर्यटन एवं संस्कृति का भव्य उत्सव सफलतापूर्वक संपन्न

आयोजक: एवेरेस्ट चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज सह-आयोजक: नेपाल राजदूतावास, नई दिल्ली...