पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा डॉल्फिन को राज्य जलीय जीव घोषित किया है। प्रदेश की नदियों एवं तालाबों में डॉल्फिन की संख्या लगभग 2000 आंकी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों एवं स्थानीय निवासियों दोनों के लिए प्लास्टिक का प्रयोग करने से बचना जरूरी माना, क्योंकि यह नदियों के लिए घातक है। देश में डॉल्फिन गंगा, यमुना, चंबल, घाघरा, राप्ती तथा गेरुआ जैसी नदियों में पाई जाती हैं।
डॉल्फिन की आबादी 2000 हजार
सीएम ने तालाबों एवं नदियों की पवित्रता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर देते हुए डॉल्फ़िन गंगा, यमुना, चंबल, घाघरा, राप्ती और गेरुआ जैसी नदियों में पाई जाती हैं। उत्तर प्रदेश में गंगा डॉल्फ़िन की अनुमानित आबादी लगभग 2000 आंकी गई है।
07 October Ka Panchang: शनिवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
मुख्यमंत्री ने वन्यजीवों के साथ बात करने तथा स्थानीय निवासियों को ट्रेनिंग देने के महत्व पर जोर दिया। सीएम ने रोजगार के अवसर पैदा करने और समुदाय के भीतर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से टाइगर रिजर्व से जुड़े गांवों के व्यक्तियों को गाइड के रूप में प्रशिक्षित करने का भी प्रस्ताव रखा।
वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर (WWF) व वन विभाग की टीमें हाल ही में उत्तर प्रदेश के हापुड जिले में गढ़ गंगा में GPS की मदद से डॉल्फ़िन की गिनती कर रही हैं। गढ़ गंगा में चल रही डॉल्फिन गणना के बारे में डीएफओ संजय कुमार मल्ल ने कहा, ‘यह मेरी गंगा मेरी डॉल्फिन 2023 अभियान नाम से एक अभियान है। इसके तहत मुजफ्फरपुर बैराज के पास से लेकर पूरे नरौरा बैराज तक गंगा नदी में डॉल्फिन की गिनती की जारी है।