ग्रेटर नोएडा। भगवान किस रूप में आ जाए आपको पता नहीं होता। ऐसा ही परी चौक पर प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला के साथ हुआ। ड्यूटी पर जा रही शारदा अस्पताल की नर्स रेनू और ज्योति ने महिला की सकुशल डिलीवरी करवाकर बच्चे और मां की जान बचाई। दोनों स्वस्थ हैं जल्द ही दोनों को छुट्टी मिल जाएगी।
शारदा अस्पताल डायरेक्टर पीआर डॉ. अजीत कुमार ने बताया कि इस मानवीय कार्य के लिए दोनों नर्स को पुरस्कृत किया जाएगा।
ड्यूटी जा रही थीं नर्स
नर्स रेनू ने बताया कि वह कासना से अस्पताल के लिए ड्यूटी को जा रहीं थीं। परी चौक पर आटो से उतरी तो महिला रोशनी सड़क पर लेटी हुई थी। उनके पति प्रशांत लोगों से मदद की गुहार लगा रहे थे। रेनू ने साथी नर्स ज्योति को फोन किया वह भी मौके पर पहुंच गईं।
शॉल से महिला को आसपास से ढका
पहले महिला को शॉल से ढका उसके बाद दोनों ने महिला की नार्मल डिलीवरी कराई। बच्चे को जैकेट में लपेट कर आटो से अस्पताल ले गए। शारदा अस्पताल की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. रुचि श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों नर्स ने डिलीवरी के बाद अस्पताल में फोन कर दिया।
अस्पताल पहुंचते ही महिला और बच्चे का उपचार शुरू कर दिया। बच्चे का वजन करीब ढाई किलो है। महिला का यह दूसरा बच्चा है अब दोनों स्वस्थ है। इनका इलाज कासना स्थित एक अस्पताल में चल रहा था, उन्होंने सिजेरियन बच्चे होने की बात कही। महिला लुक्सर स्थित घर लौट गई। मंगलवार सुबह उन्हें दर्द उठा। परी चौक पहुंची वहां सड़क पर गिर गई। बच्चे के पिता प्रशांत ने दोनों नर्स का आभार जताया है।