गाजियाबाद। स्पेशल टास्क फोर्स (STF), उत्तर प्रदेश की नोएडा इकाई ने दिल्ली में आठ सालों से हत्या के मामले में वांछित 15 हजार के इनामी गैंगस्टर सरफराज को शुक्रवार रात साहिबाबाद से गिरफ्तार किया। उस पर गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की थी।
अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ नोएडा इकाई राजकुमार मिश्र ने बताया कि शुक्रवार को सूचना मिली कि गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट से 15 हजार रुपये का घोषित इनामी गैंगस्टर सरफराज साहिबाबाद में आने वाला है। सूचना के आधार पर टीम साहिबाबाद भेजी गई। साहिबाबाद कोतवाली की मदद से उसे रात में हज हाउस के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके कब्जे से तमंचा व दो कारतूस बरामद हुआ।
20 साल की उम्र में की थी हत्या
राजकुमार मिश्र ने बताया कि 28 वर्षीय सरफराज मूल रूप से ग्राम झमटा, थाना कारावड़ी, जिला अररिया, बिहार का रहने वाला है। वर्ष-2014 में वह नोएडा सेक्टर-पांच की झुग्गी-झोपड़ी में रहता था। उस दौरान उसका मूसा नामक युवक से झगड़ा हुआ था। उसने न्यू अशोक नगर, दिल्ली में चाकू से गोदकर मूसा की हत्या कर दी थी। उसके खिलाफ न्यू अशोक नगर थाना में हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। वह इस मामले में वांछित चल रहा था। उस समय वह 20 वर्ष का था। उसके बाद वह गांव भाग गया था। करीब दो साल बाद वापस आकर गाजियाबाद में रहने लगा था। यहां गैंग बनाकर लूटपाट करने लगा था।
आफताब ने आरी से ही किए थे श्रद्धा के 35 टुकड़े, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
काटी थी 11 माह की जेल की सजा
वर्ष-2017 में उसे इंदिरापुरम कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया था। कुछ समय बाद इंदिरापुरम पुलिस ने उसे दबोचा कर जेल भेजा था। 11 माह जेल काटने के बाद वह जमानत पर छूट गया था। फिर से गैंग बनाकर लूटपाट करने लगा था। वर्ष-2018 में फिर से पकड़ा गया था। तीन माह जेल काट कर बाहर आया था। गाजियाबाद की लिंक रोड थाना पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई की थी। वह फरार चल रहा था। गाजियाबाद पुलिस ने उस पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ गाजियाबाद व दिल्ली के थानों में 15 मुकदमे दर्ज हैं। उसका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।