गाजियाबाद। सिहानी गेट थाना क्षेत्र के नेहरूनगर तृतीय में कारोबारी के घर में घुसकर पत्नी व बेटी को बंधक बनाकर डाली गई 24 लाख कीमत की डकैती का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने घटना के मुख्य सूत्रधार परिवार के करीबी उसके नौकर व चार बदमाशों काे गिरफ्तार किया है। दो थाना क्षेत्रों में हुई अलग-अलग मुठभेड़ में गोली लगने से चार बदमाश घायल हो गए।
डकैती की इस वारदात की साजिश परिवार के करीबी ने ही रची थी और उसने ही बदमाशों को कारोबारी का घर दिखाया था। पुलिस ने बदमाशों के पास से लूटे गए 2.45 लाख रुपये, सोने चांदी के जेवर, दो बाइक व हथियार बरामद किए हैं। इनके दो साथी अभी फरार हैं।
दैनिक जागरण ने घटना के तुरंत बाद ही डकैती में किसी करीबी पर शक जताते हुए खबर प्रकाशित कर दी थी।बुधवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी मुनिराज जी. व एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित कविनगर का संजीव छाबड़ा, नंदग्राम का अशोक कुमार, गौतमबुद्धनगर के बादलपुर का राजकुमार उर्फ राजू, मुजफ्फरनगर की नई मंडी का अमित भड़ाना, बदायूं के बिल्सी का सौगंध व उत्तराखंड के रुड़की का फिरोज उर्फ बाबू शामिल हैं।
संजीव छाबड़ा पीड़ित कारोबारी रमन सरीन के पिता राजकुमार सरीन का दोस्त था और उसका कारोबारी के घर आना जाना था जबकि अशोक कुमार उसका कर्मचारी है। सिहानी गेट थाना क्षेत्र में मंगलवार रात मुठभेड़ के दौरान राजकुमार उर्फ राजू व अमित भड़ाना को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया, दोनों पैर में गोली लगने से घायल हो गए। जबकि यहां से सौगंध कुमार व फिरोज उर्फ बाबू फरार हो गए। इन दोनों को कांबिंग दौरान कविनगर क्षेत्र से मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया। ये दोनों भी पुलिस की गोली लगने से घायल हुए। इनसे हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने संजीव छाबड़ा और अशोक कुमार को गिरफ्तार किया। इनके दो साथी गौतमबुद्धनगर के सुरजपुर का सुधीर शर्मा व दनकौर का विजय शर्मा अभी फरार हैं।
संजीव छाबड़ा को थी घर व कारोबारी के बारे में पूरी जानकारीपीड़ित कारोबारी रमन सरीन के पिता राजकुमार सरीन की दो माह पूर्व मृत्यु हो गई थी। उनकी संजीव से घनिष्ठ दोस्ती थी। दोनों का खाना-पीना साथ ही होता था। संजीव का रमन सरीन के घर आना-जाना था और वह घर की पूरी स्थिति से वाकिफ था। उसने ही अपने नौकर अशोक कुमार के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी और बदमाशों को अपनी कार से लाकर रमन का घर दिखाया था। उसने ही घर में एक करोड़ रुपये रखे होने की बात भी बताई थी।
बादलपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है राजकुमारगिरफ्तार बदमाशों में राजकुमार उर्फ राजू अशोक का मामा है और वह थाना बादलपुर का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ लूट, डकैती, चोरी और गैंगस्टर आदि के विभिन्न थानों में करीब 23 मुकदमे दर्ज हैं, जबकि अन्य बदमाशों में अमित भड़ाना पर सात, सौगंध कुमार पर पांच और फिरोज पर चार मुकदमे हैं।
राजकुमार ने उत्तराखंड पुलिस के सेवानिवृत एडीजी के मकान में की थी चोरी
देहरादून में पुलिस के सेवानिवृत एडीजी कविराज नेगी के घर 20 फरवरी 2022 को राजकुमार ने साढ़े चार करोड़ की चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने 21 फरवरी मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने 24 घंटे में घटना का पर्दाफाश करते हुए राजकुमार समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया था। राजकुमार अगस्त में जेल से छूटकर आया और अब कारोबारी के घर डकैती में पकड़ा गया है।