वाराणसी में ADCP ऑफिस की कथित वसूली लिस्ट की शिकायत पर हेड कांस्टेबल अमरजीत को सस्पेंड कर दिया गया है. बता दें कि मंगलवार को पूर्व IPS और अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने कथित वसूली लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल की थी. इसके बाद वाराणसी के पुलिस कमिश्नर से कार्रवाई करने की मांग की थी.
दरअसल, अमिताभ ठाकुर ने अपने पहले संदेश में अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन वाराणसी कमिश्नरेट ऑफिस से संबंधित एक कथित वसूली लिस्ट जारी की थी. उसकी ईमानदारी से जांच कराए जाने की मांग की थी. ट्विटर और ईमेल के माध्यम से अपनी शिकायत में अमिताभ ठाकुर ने कहा था कि उन्हें विश्वस्त विभागीय सूत्रों से यह सूची मिली है. इसमें अपर पुलिस उपायुक्त कार्यालय के एक हेड कांस्टेबल का नाम भी है.
वसूली लिस्ट की जांच एसीपी चेतगंज श्रुति श्रीवास्तव को सौंपी
कथित वसूली लिस्ट में काशी जोन के सभी थानों और उनकी चौकियों की कथित वसूली की धनराशि दर्ज है. अमिताभ ठाकुर ने इस लिस्ट की तथ्यपरकता के संबंध में उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की थी. दूसरे संदेश में अमिताभ ठाकुर ने बताया था कि पुलिस उपायुक्त काशी जोन वाराणसी ऑफिस से संबंधित कथित वसूली लिस्ट की जांच एसीपी चेतगंज श्रुति श्रीवास्तव को दी गई है.
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श्रुति श्रीवास्तव ने अमिताभ ठाकुर से फोन पर बात कर उनका बयान लिया. उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही अपना विस्तृत लिखित बयान जारी करेंगे. अमिताभ ठाकुर ने कहा कि एडिशनल डीसीपी कार्यालय की जांच एसीपी को दिया जाना प्रथम दृष्टया उचित नहीं लगता है. फिर भी वे जांच में पूरा सहयोग देंगे. गुरुवार के वीडियो संदेश में अमिताभ ठाकुर ने बताया कि वाराणसी पुलिस ने उन्हें सूचित किया है कि संबंधित पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है.
अमिताभ ठाकुर ने जांच वरिष्ठ स्तर पर कराए जाने की मांग की
इस संबंध में अमिताभ ठाकुर ने कहा कि जब प्रथम दृष्टया इस मामले में उनकी शिकायत सही पाई गई है, तो इस मामले में मात्र एक अधीनस्थ कर्मी का निलंबन पर्याप्त नहीं है. इस बात की जांच भी होनी चाहिए कि वह कर्मी किसके कहने पर और किसके लिए वसूली का काम कर रहा था.
अमिताभ ठाकुर ने कहा की एसीपी स्तर के अधिकारी एडिशनल डीसीपी ऑफिस से जुड़ी शिकायत की जांच नहीं कर सकती हैं. अतः उन्होंने इस मामले की जांच वरिष्ठ स्तर पर कराए जाने की मांग की है.
हेड कांस्टेबल का स्वभाव भ्रष्टाचार युक्त था- अपर पुलिस आयुक्त
मामले में अपर पुलिस आयुक्त संतोष सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में पाया गया कि हेड कांस्टेबल अमरजीत का स्वभाव भ्रष्टाचार युक्त था. इस आधार पर उसे निलंबित कर दिया गया है. प्रारंभिक जांच ASP को दी गई है. जांच रिपोर्ट मिलने पर आगे उचित कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि आरोपी हेड कांस्टेबल के खिलाफ पहले भी शिकायतें मिल चुकी थी. जांच के बाद हेड कांस्टेबल के खिलाफ आवश्यक विभागीय कार्रवाई की जा सकती है.