ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित रेडिकान वेदांतम सोसायटी में दीपावली वाली रात तीन फ्लैट में आग लगने के मामले में सोसायटी के चार मालिकों को गिरफ्तार किया गया है। चारों सोसायटी के मलिक हैं और बतौर निदेशक सोसायटी की देखरेख का काम देख रहे थे। चारों निदेशकों की पहचान राजीव कुमार, दिनेश, अजीत सिंह और अर्पित गौतम के रूप में हुई है।
सोसायटी में नहीं थे फायर सेफ्टी संबंधित उपकरण
चारों वर्तमान में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गाजियाबाद क्षेत्र में रह रहे थे। चारों के खिलाफ आग लगने के दौरान फायर सेफ्टी संबंधित उपकरण सोसायटी में नहीं होने के चलते लापरवाही बरतने का आरोप लगा है। दमकल विभाग की जांच में पता चला है कि सोसायटी में फायर सेफ्टी संबंधित उपकरण नहीं थे। घटना वाली रात बिल्डर पर करवाई की मांग को लेकर सोसायटी के लोगों ने देर रात तक हंगामा किया था और सड़क जाम की थी। पुलिस के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए थे।
दीपावली वाली रात की घटना
दीपावली वाली रात 24 अक्टूबर को सोसायटी में रहने वाले कमलेश कुमार समेत तीन लोगों के फ्लैट में आग लग गई थी। एक घंटे तक आग लगी रही थी। आग वजह से लोगों को लाखों का नुकसान हुआ था। जांच में पता चला है कि सोसायटी में आग लगने की घटना के दौरान लापरवाही बरती गई। यदि सोसायटी में आग बुझाने संबंधित उपकरण मौजूद होते तो प्रथम चरण में ही फ्लैट में लगी आग को बुझाया जा सकता था।
शुरुआत में आग नहीं बुझने की वजह से पूरे फ्लैट का समान जलकर राख हो गया। फायर सेफ्टी संबंधित उपकरण की देखरेख करने वाले बिल्डर पर लोगों ने लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था। बिसरख कोतवाली प्रभारी उमेश बहादुर सिंह ने बताया कि सोसायटी के निदेशकों से पूछताछ की गई है।
उनका कहना है की सोसायटी का कुछ दिन पहले ही उनके द्वारा हैंड ओवर लिया गया था। आग बुझाने के यंत्र लगाने का कम सोसायटी में जल्द ही शुरू किया जाना था। कुछ उपकरण मंगवा कर स्टोर रूम में रखे गए थे, इससे पहले ही आग लग गई।