नोएडा। Rave parties के लिए सांप का जहर उपलब्ध कराने के मामले में Bigg Boss OTT-2 के विजेता एल्विश यादव का नाम सामने आने के बाद रेव पार्टी शब्द काफी चर्चा में आ गया है। जहां कई लोगों के लिए यह शब्द जाना-पहचाना है वहीं कई लोग इससे अंजान हैं।
आइए जानते हैं क्या, कैसे, कहां होती है रेव पार्टी? कौन लोग इस पार्टी का हिस्सा बनते हैं और क्या यह पार्टी भारत में कानूनी रूप से की जा सकती है या नहीं? सांपों के जहर का इस्तेमाल इन पार्टियों में कैसे होता है… यह सब जानें हमारी इस खबर में…
कैसी होती है Rave Party?
रेव पार्टियां पूरी दुनिया में लोकप्रिय हैं। ज्यादातर इन पार्टियों में समाज का अमीर तबका ही पहुंचता है। दरअसल, इन पार्टियों में जाने के लिए इतना ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है कि आम लोग इसके बारे में सोच भी नहीं सकते। इसके साथ ही ये पार्टियां आम पार्टियों के मुकाबले काफी अलग होती हैं।
इन पार्टियों में पहुंचने वाले युवा तरह-तरह का नशा करते हैं जो कई देशों में बैन भी है। यही वजह है कि भारत में भी इस तरह की Rave Parties बैन हैं, लेकिन इसके बाद भी कुछ लोग ऐसी पार्टियां आयोजित कराते हैं और एल्विश यादव पर ऐसी ही पार्टियों में स्नेक बाइट उपलब्ध कराने का आरोप है।
इन रेव पार्टियों में और क्या होता है?
इस तरह की रेव पार्टियों में लोग सिर्फ आम पार्टियों की तरह नाचते, गाते और फूड एन्जॉय ही नहीं करते हैं बल्कि लोग इन पार्टियों में जमकर नशा करते हैं। ये नशा ड्रग्स से लेकर चरस, अफीम और स्नेक बाइट तक का होता है।
इन पार्टियों में ऐसा माहौल बनाया जाता है कि लोग लंबे समय तक नशे में झूमते रहें। आपने फिल्मों में देखा ही होगा कि इन पार्टियों में किस तरह युवा नशे में डूबे रहते हैं।
भारत में प्रतिबंधित हैं Rave Parties?
भारत में इस तरह की रेव पार्टियां बैन हैं जहां अवैध तरीके के नशे कराए जाते हैं। अगर कोई व्यक्ति इस तरह की पार्टी में जाता है या इसे आयोजित कराता है तो पकड़े जाने पर सजा का भी प्रावधान है। यही वजह है कि देश के अलग-अलग इलाकों में इस तरह की पार्टियों पर नार्कोटिक्स विभाग अक्सर छापेमारी करता रहता है।
रेव पार्टियों में ऐसे इस्तेमाल होता है सांप का जहर?
- सर्प विष से K-72 और K-76 नाम का पार्टी ड्रग्स तैयार किया जाता है।
- 500 मिली जहर से बनाए गए इस पाउडर का इस्तेमाल एक हजार लीटर शराब में किया जा सकता है।
- जानकारों के मुताबिक, एक चुटकी K-72 और K-76 की कीमत 20 से 25 हजार रुपये तक होती है।
- शराब के एक पैग में एक चुटकी K-72 या K-76 पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है।