पाकिस्तान चुनाव 2024 में सबसे अधिक इमरान समर्थकों के जीतने के बावजूद पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी पीटीआई सरकार नहीं बना सकी. वहीं शहबाज शरीफ और बिलावल भुट्टो जरदारी गठबंधन की सरकार बनाने के लिए आगे बढ़ गए हैं. इसी बीच इमरान खान की बहन अलीमा खान ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है.
एक भारतीय मीडिया चैनल से बातचीत में सलीमा खान ने कहा कि पाकिस्तान के चुनाव में खूब धांधली हुई है. इमरान खान के कई समर्थक उम्मीदवारों को जानबूझकर हराया गया है. पीटीआई के कई उम्मीदवारों ने धांधली के खिलाफ कोर्ट तक गए. अलीमा खान ने कहा कि नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन ने पीटीआई का मैंडेट चुराया है. सलीमा ने कहा कि जब वोटों का अंतर 80 हजार हो तो इतने बैलेट पेपर बॉक्स में तो नहीं डाल सकते, इसलिए फॉर्म 45 और 47 में बदलाव कर दिए गए.
पाकिस्तान में किस तरह हुई धांधली?
अलीमा खान ने यह भी बताया कि पाकिस्तान के चुनाव में किस तरीके से धांधली की गई. उन्होंने बताया कि चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों को फॉर्म 45 दिए जाते हैं. इसमें कुल वोटों की गिनती और किस पार्टी को कितने वोट मिले हैं, इसकी जानकारी दी जाती है. चुनाव आयोग ने इमरान समर्थकों को कई सीटों पर फॉर्म 45 दिया ही नहीं, बल्कि नवाज शरीफ के उम्मीदवारों को दिया. इसके बाद नवाज के उम्मीदवारों को जीतने योग्य आंकड़े भरकर फॉर्म 47 में पीएमएल-एन के कैंडिडेट को जिता दिया गया.
अलीमा खान के मुताबिक, चुनाव आयोग के फाइनल नतीजों में इमरान समर्थकों को 95 सीटें मिली हैं. अब पीएमएल- एन इनको भी चुराने में जुट गई है, क्योंकि सरकार बनाने के लिए उनके पास बहुमत नहीं है. फिलहाल, पीएमएल-एन ने अपनी पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री पद के लिए शहबाज शरीफ का नाम कंफर्म कर दिया है.
इमरान को परेशान किया जा रहा- अलीमा
इमरान खान की जेल से रिहाई और बुशरा बीबी को लेकर सवाल किए जाने पर अलीमा खान ने कहा कि बुशरा बीबी घर में कैद हैं. ऐसा सिर्फ इसलिए किया जा रहा है, जिससे इमरान खान पर दबाव बनाया जा सके. बुशरा बीबी पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए अलीमा खान ने कहा सारे आरोप हास्यास्पद हैं. इमरान खान के देश छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका सवाल ही नहीं उठता है. इस तरह की चर्चा हम क्यों करें.
एक रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान को कई मामलों में कुल मिलाकर 31 साल जेल की सजा हुई है, वहीं इस्लाम के खिलाफ निकाह करने के मामले में बुशरा बीबी को 7 साल की सजा दी गई है. ऐसे में इमरान खान आज भी जेल में बंद हैं. वहीं पीटीआई पर रोक लगने के कारण इमरान समर्थक पार्टी के चुनाव सिंबल बल्ला पर चुनाव नहीं लड़ सके. सभी उम्मीदवारों ने निर्दलीय लड़कर सबसे अधिक सीटें जीती है.