गाजियाबाद। न्यू पंचवटी कॉलोनी में रहने वाली हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी ने भाई पर सवा करोड़ रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि भाई ने विश्वास में लेकर 95 लाख में उनकी एक जमीन बेच दी। इसके अलावा आठ साल में तीस लाख खाते में ट्रांसफर कराए। उन्होंने भाई के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराने के लिए एसएसपी को पत्र लिखा है। इनकम टैक्स का भुगतान न करने का आरोप लगाते हुए इनकम टैक्स कमिश्नर को भी चिट्ठी लिखी है। अधिकारियों ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
न्यू पंचवटी कॉलोनी में रहने वाली रानी नागर हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी हैं और हरियाणा सरकार में अतिरिक्त सचिव के पद पर कार्यरत हैं। लालकुआं इलाके के राज कंपाउंड में रहने वाले सचिन नागर उनके भाई हैं। रानी नागर ने एसएसपी को भेजे पत्र में कहा है कि सचिन नागर ने वर्ष 2013 में उनसे नेहरू नगर स्थित मकान की रजिस्ट्री यह कहकर अपने नाम करा ली कि वह उसका भुगतान शीघ्र कर देंगे। आरोप है कि नौ साल बाद भी सचिन नागर ने मकान का पैसा उन्हें नहीं दिया। वर्ष 2014 में सचिन नागर ने उस मकान को 95 लाख रुपये में बेच दिया। आईएएस अधिकारी का कहना है कि सचिन नागर ने वर्ष 2010 से 2018 तक उनसे 30 लाख रुपये बैंक खाते में ट्रांसफर कराए। बार-बार अनुरोध करने पर भी सचिन नागर उन्हें पैसे वापस नहीं कर रहे हैं।
इनकम टैक्स भुगतान ना करने का आरोप
आईएएस रानी नागर ने भाई पर अचल संपत्ति बेचने पर इनकम टैक्स का भुगतान न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इनकम टैक्स विभाग के चीफ कमिश्नर को पत्र लिखकर सचिन नागर से आयकर वसूलने तथा उनके खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में केस दर्ज कराने की मांग की है। साथ ही सचिन नागर से सरकारी ब्याज दर के हिसाब से 1.25 करोड़ रुपये वापस दिलाने की मांग की है।
पेंशन बंद करने को पत्र लिखा
रानी नागर का कहना है कि उनके पिता एमएमएच इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत थे। 29 नवंबर 2006 को उनका देहांत हो गया था। उसके बाद से उनकी मां शिमला नागर वर्ष 2007 से पारिवारिक पेंशन प्राप्त कर रही हैं। आरोप है कि शिमला नागर ने उनके फर्जी हस्ताक्षर करके तथा झूठा शपथ-पत्र जमा करके उनके पिता की पारिवारिक पेंशन का वितरण अपने नाम करा लिया। रानी नागर ने पेंशन निदेशालय उत्तर प्रदेश के निदेशक को पत्र लिखकर मां को मिल रही पारिवारिक पेंशन बंद करने की मांग की है।
रानी नागर से संबंध नहीं : भाई
आईएएस अधिकारी के भाई सचिन नागर ने आरोंपों के संबंध में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका वर्ष 2018 से रानी नागर से कोई संबंध नहीं है। उनके द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में वह ही बता पाएंगीं।
महिला आईएएस अधिकारी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कराई जाएगी। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
– मुनीराज जी., एसएसपी