गाजियाबाद। नगर कोतवाली क्षेत्र के कैला भट्ठा स्थित छोटा कैला में शनिवार दोपहर एक अवैध गैस सिलेंडर के गोदाम में रिफिलिंग करते समय अचानक आग लग गई। आग छोटा हाथी में लाए गए सिलेंडरों में लगी और गोदाम तक पहुंच गई। इस घटना में एक के बाद एक 25 गैस सिलेंडर धमाके के साथ फट गए। घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन मौके पर पहुंची दमकल की आधा दर्जन से अधिक गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
घटना में जान-माल की हानि की सूचना नहीं है। आग की चपेट में आकर दो व्यक्तियों के घरों में आग लग गई और छोटा हाथी व बाइक जलकर खाक हो गए। आग की चपेट में आने से एक व्यक्ति व भैंस का कटड़ा झुलस गए, दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गनीमत रही कि हादसे के दौरान आसपास अधिक लोग मौजूद नहीं थे, अन्यथा बड़ी जनहानि हो सकती थी। मामले में पूर्ति निरीक्षक की तरफ से रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।
कैला खेड़ा में आशु पुत्र नासिर गैस रिफिलिंग करता है। यहीं उसने अपना एक अवैध गोदाम बनाया हुआ है। शनिवार दोपहर करीब एक बजे उसके यहां गैस सिलेंडरों से भरा हुआ एक छोटा हाथी आया था। इस दौरान छोटा हाथी में रिफिलिंग के दौरान अचानक आग लग गई और सिलेंडर फटने शुरू हो गए। कुछ ही मिनट में आग गोदाम के भीतर पहुंच गई और वहां भी सिलेंडरों में आग लग गई।
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सिलेंडरों में आग से क्षेत्र में अफरा-तफरी का महौल बन गया और लोग दहशत में आ गए। एक के बाद एक 25 सिलेंडर धमाके के साथ फटने शुरू हो गए। घटना की सूचना पर पुलिस व दमकल की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। इस बीच आग फैली और पड़ोसी साबिर, ताहिर व सुरेश के मकान को भी आग ने चपेट में ले लिया।
साबिर व ताहिर की छत भरभराकर गिर गई और उनके घरेलू सामान के साथ ही रिक्शा में रखा व्यवसायिक सामान, कबाड़ का एक बोरा, बाइक व सुरेश का घरेलू सामान जलकर राख हो गया। कुछ ही दूरी पर समय पाल एक भैंस का कटड़ा व साजिद का घरेलू सामान भी जल गया।
मौके पर दमकल विभाग की आधा दर्जन गाड़ियां पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दौरान आरोपित आशु, उसका परिवार व अन्य मौके से भाग निकले। एसीपी कोतवाली सुजीत कुमार राय का कहना है कि मामले में जिला आपूर्ति विभाग को जानकारी दी गई है। उनकी तरफ से मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।
मकान खाली करा लोगों को सुरक्षित निकाला बाहर
जिस जगह यह घटना हुई व संकरी गलियों व भारी आबादी वाला क्षेत्र है। ऐसे में आग लगने व सिलेंडर फटने से क्षेत्र में दहशत का महौल बन गया। पुलिस व दमकल विभाग की टीम ने आसपास के मकानों को खाली कराया व करीब 35 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर मौके पर लगी हुई भीड़ को भी बाहर किया। इसके चलते बड़ा हादसा होने से टल गया।
कई बार की शिकायत लेकिन नहीं हुई कार्रवाई
स्थानीय लोगों का कहना है कि आशु व उसका परिवार इस अवैध गोदाम व रिफिलिंग का धंधा पिछले चार सालों से कर रहे हैं। खतरे के अंदेशे को भांपते हुए कई बार पुलिस से शिकायत की गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अक्सर गोदाम में पुलिसकर्मी आते थे और कुछ देर में वापस चले जाते थे। लेकिन अवैध गोदाम पर कार्रवाई नहीं हुई।
मौके से बरामद किए गए 70 सिलेंडर
मुख्य अग्निशमन अधिकारी अमन पाल ने बताया कि दमकल की टीम ने मौके से 70 जले, फटे व अधजले सिलेंडर बरामद किए हैं। तंग गली होने के कारण आग बुझाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। आसपास के मकानों पर पानी से छिड़काव कर व गोदाम में रखे सिलेंडरों पर लगातार पानी से कूलिंग कर उन्हें फटने व जलने से बचाया गया। साथ ही करीब 15 मकानों को आग की चपेट में आने से रोक लिया गया।
कई मकानों में धमाकों से आई दरार
सिलेंडर फटने से आसपास के कई मकानों में दरार आ गई। पड़ोसी रूपचंद व धर्मपाल के मकान में भी दरार आई है।