इस्लामाबाद। पाकिस्तान के गृह मंत्री मंत्री राणा सनाउल्लाह (Rana Sanaullah) ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) पर राज्य के खिलाफ देशद्रोह का अपराध करने का आरोप लगाया है।
सनाउल्लाह ने इमरान खान के एजेंडे को मनहूस बताया और उनके खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया है। रविवार को जियो न्यूज के कार्यक्रम नया पाकिस्तान के दौरान सनाउल्लाह ने कहा कि, “इमरान खान की केवल एक मांग है, वह चाहते हैं कि संस्थानों द्वारा उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाने के लिए अपनाया जाए।”
इमरान खान के घटिया एजेंडे के खिलाफ खड़े हो सभी
इमरान खान के एजेंडे को घटिया बताते हुआ सनाउल्लाह ने कहा कि संस्थाओं, सरकार, संसद और न्यायपालिका को उनके खिलाफ खड़ा होना चाहिए। इमरान खान देश और राष्ट्र के खिलाफ अपने एजेंडे में कभी भी सफल नहीं हो पाएंगे।
70 वर्षीय पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआइ) के प्रमुख इमरान खान पर सनाउल्लाह ने राज्य के खिलाफ देशद्रोह का अपराध करने का आरोप लगाया है। मंत्री ने कहा कि क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान को इस बारे में बात करने से बचना चाहिए अगर यह सच नहीं है, लेकिन वह ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि इससे उनके राजनीतिक एजेंडे मजबूत होंगे।
इमरान खान को अपने आत्म-सम्मान की चिंता नहीं
सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान खान पाकिस्तान के सेना प्रमुख की नियुक्ति को विवादास्पद बनाना चाहते हैं। लेकिन वह ये नहीं जानते कि इससे वह अपना स्वाभिमान खो रहे है। प्राथमिकी दर्ज करने में देरी के बारे में मंत्री ने कहा कि अगर आप राज्य के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहते हैं तो बाधाएं तो होंगी। इमरान खान को धोखेबाज कहते हुए मंत्री ने कहा कि अगर वह मामला दर्ज करना चाहते है तो पुलिस को इंकार करने का पूरा अधिकार है।
इमरान खान को अस्पताल से मिली छुट्टी
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि गोली लगने से घायल हुए इमरान खान को रविवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और वह अपने निजी आवास में भी चले गए है। गौरतलब है कि वजीराबाद में शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ एक विरोध मार्च का नेतृत्व करने के दौरान इमरान खान को गुरुवार को दाहिने पैर में गोली लगी थी।
रविवार को अस्पताल से एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, इमरान खान ने कहा कि आजादी मार्च मंगलवार को वजीराबाद में उसी जगह से शुरू होगा जहां उन्हें और 11 अन्य को गोली मारी गई थी। इमरान खान पाकिस्तान में नए आम चुनाव की मांग कर रह हैं वहीं शाहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार अब चुनाव कराने का विरोध कर रही है। बता दें कि नेशनल असेंबली का कार्यकाल अगस्त 2023 में समाप्त होगा।