नई दिल्ली। महिला आईएएस अधिकारी ने आईआरआस अफसर पर छेड़छाड़, पीछा करने और परेशान करने के आरोप में एक आईआरएस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। आईपीसी की धारा 354डी (किसी का पीछा करना), 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला करना) और 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) के तहत पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में केस दर्ज किया गया है।
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आईआरएस अधिकारी से उसकी मुलाकात कोविड-19 सपोर्ट ग्रुप में काम करने के दौरान 2020 में हुई थी। वह उसके करीब आने की कई बार कोशिश कर चुका है लेकिन उसने उसे हर बार मना किया था। इसके साथ ही पीड़िता ने बताया कि जब उसके पति को पता चला तो उन्होंने आरोपित से बात की और उसे दूर रहने को कहा। पीड़िता ने बताया कि आरोपी कथित तौर पर उसे परेशान करता रहा और मिलने के लिए उसे मैसेज करता रहा।
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एफआईआर के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि वह कोविड संकट के दौरान करुणा कोआपरेशन ग्रुप नाम के व्हाट्स एप ग्रुप की सदस्य थी। सहायता करने के क्रम में पीड़िता बिहार भवन में रेजीडेंट कमिश्नर के पद पर तैनात आईआरएएस अधिकारी से वह सम्पर्क में आई। आरोपित भी वाट्सएप ग्रुप का सदस्य था। पीड़िता ने बताया कि आरोपित अक्सर उनके नजदीक आने की कोशिश करता रहता था, लेकिन वह इसकी अनदेखी कर देती थीं। कई बार पीड़िता ने चेतावनी भी दी।
आरोपित के न सुधरने पर अंतत: पीड़िता ने अपने पति को घटनाक्रम के बारे में बताया। तब पीड़िता के पति ने बीते वर्ष 31 जुलाई को आरोपित को कानूनी कार्रवाई करने की धमकी भी दी। कुछ समय तक आरोपित शांत रहा, लेकिन इस वर्ष जनवरी से दोबारा वह पीड़िता का पीछा करने लगा।
वह पीड़िता को वाट्सएप, फोन एवं लैंड लाइन से सम्पर्क करने की कोशिश करता था। यहां तक कि नौ मार्च को पीडिता के आफिस में आकर पार्सल भी पहुंचा गया। वह लगातार पीड़िता को अश्लील एवं धमकी भरे संदेश भेजकर मिलने के लिए बुलाता था। आरोपित 15 मई को पीड़िता का पीछा करते हुए कृषि भवन पहुंच गया। इसके बाद पीडिता ने संसद मार्ग थाने में शिकायत दी। फिलहाल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। लेकिन अभी तक आरोपित की गिरफ्तारी की कोई जानकारी नहीं मिली है।