लखनऊ। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट गोंडा निवासी मु. रईस से मिली जानकारियों के आधार पर उसके एक और सक्रिय साथी मुकीम सिद्दीकी उर्फ अरशद को गिरफ्तार किया है।
दस दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर
एटीएस अधिकारियों के अनुसार, मुकीम गोंडा के तरबगंज थानाक्षेत्र के दीनपुरवा गांव का निवासी है और उसे सोमवार को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया। एटीएस ने मुकीम को मंगलवार को विशेष कोर्ट में पेश किया। एटीएस की अर्जी पर कोर्ट ने मुकीम की दस दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर की है। अब उससे आइएसआइ नेटवर्क से जुड़े अन्य युवकों के बारे में पूछताछ की जाएगी।
गोंडा का रईस 16 जुलाई को हुआ था गिरफ्तार
एटीएस ने गोंडा के तरबगंज क्षेत्र के ही निवासी मु. रईस को 16 जुलाई को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के आधार पर उसके दो साथी अरमान व सलमान को मुंबई से गिरफ्तार किए गए थे। रईस से पूछताछ में सामने आया था कि उसकी मुलाकात मुंबई में अरमान से हुई थी। अरमान ने ही उसे देश विरोधी गतिविधियों के लिए उकसाया था और उसका संपर्क आईएसआई के हैंडलर से कराया गया था। वहीं, रईस के साथी सलमान ने उसे झांसी रेलवे स्टेशन व बबीना सैन्य छावनी की फोटो व वीडियो उपलब्ध कराई थी, जिसे आईएसआई हैंडलर को भेजा गया था। इस कड़ी में की जा रही छानबीन में रईस के सक्रिय साथी मुकीम की भी भूमिका सामने आई थी।
यूपी कैबिनेट की बैठक में 32 प्रस्तावों को मिली मंजूरी, जानें- योगी सरकार के अहम फैसले
मुकीम भी ISI के लिए करता है काम
एटीएस का कहना है कि मुकीम भी आईएसआई के लिए काम कर रहा था। आगे की पूछताछ में उसकी सक्रियता से जुड़े और तथ्य सामने आएंगे। एटीएस मुकीम के मोबाइल फोन की फारेंसिक जांच भी कराएगी। उसके संपर्क में रहे कुछ अन्य युवकों की भी पड़ताल की जा रही है। रईस से शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि उसे भारत में मुस्लमानों पर हो रहे अत्याचार की बातें कर देश विरोधी गतिविधियों के लिए उकसाया गया था।
रईस ने मुकीम को पांच हजार रुपये भी दिए थे और उसे राजस्थान में नौकरी दिलाने का दावा कर झांसी स्टेशन व बबीना कैंट क्षेत्र में जासूसी के लिए भेजा था। मुकीम ने कैंट क्षेत्र की कई फोटो व वीडियो रईस को भेजे थे। उसने एक नक्शा भी बनाया था। मुकीम के मुंबई व पुणे जाने की बात भी सामने आई है।