सपा नेता आजम खान पर एक नई मुसीबत आ गई है. रामपुर से लखनऊ तक उनके कई ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड चल रही है. लखनऊ, रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर, सीतापुर में छापेमारी चल रही है. लखनऊ में आजम खान के वकील के घर पर भी छापा पड़ा है. वकील इश्तियाक अहमद सिद्दीकी के घर छापेमारी हो रही है. उनसे पूछताछ भी हो रही है. ट्रस्ट इनकम टैक्स के निशाने पर आजम खान का अल जौहर ट्रस्ट भी है. बताया जा रहा है कि आजम खान ने जो हलफनामा कोर्ट में दिया था उसमें कमियां पाई गई थीं.
सपा नेता ने पूरे परिवार का हलफनामा दिया था. इसमें जो बैंक डिटेल दिए गए थे, उसमें बहुत सारी गड़बड़ियां थीं. इसके अलावा कुछ ऐसी भी संपत्तियां थीं, जिसका जिक्र हलफनामे में नहीं किया गया था. वहीं, अल जौहर ट्रस्ट के डिटेल को लेकर भी कुछ सवाल थे, जो आईटी डिपार्टमेंट को नहीं मिल पाए थे. इसके बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में उनके ठिकानों पर छापेमारी शुरू की.
अली जौहर ट्रस्ट के सभी 11 ट्रस्टी के यहां रेड
जानकारी के मुताबिक, आजम खान के मौलाना अली जौहर ट्रस्ट के सभी 11 ट्रस्टी के यहां रेड पड़ी है. आजम के अलावा एमएलए नसीर खां, गाजियाबाद में एकता कौशिक, अब्बदुलाह के दोस्त अनवार और सलीम के रामपुर वाले घर पर छापेमारी हुई है. रामपुर के विधायक आकाश सक्सेना ने 2021 में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में शिकायत की थी. इसमें आरोप लगाया था कि 60 करोड़ का डोनेशन देने वाले लोग खुद कभी इनकम टैक्स नहीं भरते. ट्रस्ट के पास जितनी चल अचल संपत्ति बताई गई थी, उससे तीन गुना होने का आरोप है.
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इस कार्रवाई पर सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि ऐसा लगता है कि दिल्ली में बैठे लोग हताशा में ये कदम उठा रहे हैं. मोहम्मद आजम खान पर यूपी सरकार के इशारे पर सैकड़ों फर्जी केस दायर किए गए. आजम जैसे ईमानदार व्यक्ति के यहां इस तरह की कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. ये दुखद बात है.
हेट स्पीच मामले में 2 साल की जेल
बता दें कि आजम खान इन दिनों अपने सबसे बुके दौर से गुजर रहे हैं. उनके ऊपर कई सारे आरोप हैं. कुछ महीने पहले हेट स्पीच मामले में रामपुर की एक अदालत ने दो साल की सजा सुनाई थी. इसके अलावा कोर्ट ने 1000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था. फिलहाल सपा नेता जमानत पर बाहर हैं. बता दें कि साल 2019 में एक भड़काऊ भाषण दिया था. इसको लेकर रामपुर के शहजादनगर के थाने में केस दर्ज हुआ था.
हटाई गई Y कैटेगरी सुरक्षा
कुछ महीने पहले योगी सरकार ने उनकी वाई कैटेगरी की सुरक्षा हटा ली थी. इसके बाद उनकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को वापस बुला लिया गया थी. इस मामले में गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्टेस लेवल सिक्योरिटी कमेटी ने कहा कि आजम खान को वाई कैटिगरी की सुरक्षा देने का कोई औचित्य नहीं रह गया है.
हाशिए पर पूरा परिवार
बता दें कि उत्तर प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ की सरकार सत्ता में आई है. तब से ही आजम खान की मुश्किलें काफी ज्यादा बढ़ गई हैं. पूरा परिवार हाशिए पर चला गया है. खुद के साथ-साथ बेटे अब्दुल्ला आजम की भी विधायकी चली गई. एक समय में रामपुर में उनकी तूती बोलती थी लेकिन अब उनकी वो रुतबा नहीं है.