नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पार्सल गोदाम से ड्रग्स विभाग और आरपीएफ के जवानों ने भारी मात्रा में आक्सीटोसिन इंजेक्शन बरामद किए हैं। ये इंजेक्शन बिहार के अलग-अलग हिस्सों से भेजे गए थे। बरामद किए गए इंजेक्शन 1,96,160 हैं। इन्हें 30 कार्टन में रखा गया था। मामले को लेकर फिलहाल पुलिस यह पता लगा रही है कि यह इंजेक्शन किसे भेजा जा रहा था और किसने भेजा है। ड्रग्स विभाग के अधिकारियों ने उस इंजेक्शन की जांच की है।
सूत्रों का कहना है कि इन इंजेक्शनों को दिल्ली-एनसीआर में संचालित दूध डेयरी में गाय और भैसों का लगाया जाना था। इस इंजेक्शन को लगाने से गाय और भैंसें अधिक दूध देने लगती हैं। इसके साथ ही इसका इस्तेमाल सब्जियों में भी किया जाता है। यह इंजेक्शन प्रतिबंधित हैं। इसके बावजूद इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, ड्रग्स विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि बिहार के गया व अन्य जगहों से भेजा गया भारी मात्रा में आक्सीटोसिन इंजेक्शन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पार्सल के गादाम में हैं। ड्रग्स विभाग के इंस्पेक्टर हेमंत कुमार, डीआइ संदीव कुमार, संजय कुमार व आरपीएफ के एसआइ अविनाश की टीम ने छापेमारी कर इंजेक्शन बरामद किए हैं। बरामद इंजेक्शन के संबंध में पता चला कि इसे योगेंद्र कुमार और मोहन कुमार को आपूर्ति किया जाना था। फिलहाल, इन दोनों के बारे में पता लगाया जा रहा है।
इसका इस्तेमाल है खतरनाक
दिल्ली सरकार के एक अस्पताल के पूर्व चिकित्सा निदेशक ने बताया कि आक्सीटोसिन दुधारू पशुओं की प्रजनन प्रणाली को नष्ट कर देता है और पशु बांझपन का शिकार हो जाता है। इसके साथ ही इसके इस्तेमाल से उगाई गई सब्जियों के खाने से भी बुरा प्रभाव पड़ता है।