नई दिल्ली। लीवर की बीमारी से परेशान होकर एक वकील ने सोमवार को साकेत कोर्ट के प्रथम तल स्थित वकील के चैंबर से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। वह शाम को ही अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद पत्नी के साथ साकेत कोर्ट आए थे। पुलिस को मृतक के पास एक सुसाइड नोट मिला है।
पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि साकेत में रहने वाले अधिवक्ता ओम प्रकाश शर्मा(44) पिछले दो साल से लीवर की बीमारी से पीड़ित थे। वह पांच दिन से वसंत कुंज के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार की शाम सात बजे उसको अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।
वह अपनी पत्नी के साथ घर के लिए रवाना हुआ। जब वह साकेत कोर्ट के गेट नंबर तीन पर पहुंचे तो पत्नी से थोड़ी देर में आने की बात कही। जब वह आधा घंटे तक घर नहीं पहुंचे तो अधिवक्ता की पत्नी ने फोन पर पूछा कि वह कितनी देर में आ रहे हैं।
इस पर अधिवक्ता ने कहा कि वह अब बीमारी से परेशान हो गया है और अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा है। यह बात कहकर अधिवक्ता ने चैंबर से कूदकर आत्महत्या कर ली।
सूचना पर स्वजन भी मौके पर पहुंच गए और मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने अधिवक्ता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। उसके शव के पास तीन पन्नों का सुसाइड नोट मिला और उसमें भी लीवर की बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी है।