नई दिल्ली। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने मंगलवार को कहा कि उसने रिलायंस रिटेल के जर्मनी की कंपनी मेट्रो एजी के भारत में थोक व्यापार का अधिग्रहण करने को मंजूरी प्रदान कर दी है।
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआइएल) की सब्सिडियरी है जबकि मेट्रो एजी की मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया भारत में थोक व्यापार करती है। पिछले साल दिसंबर में यह घोषणा हुई थी कि ‘आरआरवीएल ने 2,850 करोड़ रुपये में कंपनी की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए समझौते किया है।
मंजूरी को लेकर सीसीआइ ने दी जानकारी
रेलगुलेटर की ओर से मंगलवार को ट्वीट किया गया, ‘रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड द्वारा मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है।’ वहीं, एक और ट्वीट के जरिए जानकारी दी गई कि निष्पक्ष व्यापार नियामक ने एल एंड टी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स लिमिटेड और कुडगी ट्रांसमिशन लिमिटेड की इक्विटी शेयर पूंजी के 100 प्रतिशत अधिग्रहण के लिए क्रमशः एपिक कंसेशन्स प्राइवेट लिमिटेड और इंफ्रास्ट्रक्चर यील्ड प्लस II (एडलवाइस ग्रुप के सहयोगी) द्वारा अपनी मंजूरी दे दी है।
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बता दें कि एलएंडटी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (एलएंडटी आईडीपीएल) बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विकास, संचालन और रखरखाव के कारोबार में शामिल है। Epic Concesiones Pvt Ltd (ECPL) पूरी तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर यील्ड प्लस II (IYP II) के स्वामित्व में है, जो एडलवाइस समूह का एक वैकल्पिक निवेश ट्रस्ट (AIF) है। कुडगी ट्रांसमिशन लिमिटेड (Kudgi Transmission Ltd) बिजली की निकासी के लिए आवश्यक एक पारेषण प्रणाली विकसित कर रहा है।