नोएडा। कोतवाली फेज-तीन पुलिस ने एक सप्ताह पहले सेक्टर-70 स्थित पीजी में सफाईकर्मी की हत्या का पर्दाफाश कर दिया है। मृतक राममूरत की हत्या उसके ही छोटे भाई ने गला दबाकर की थी। सीसीटीवी कैमरे खुली इस वारदात के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
पीजी में साफ-सफाई का करता था काम
मंगलवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। सेक्टर-70 स्थित बीएस10 में पीजी का संचालन होता है। यहां मूलरूप से हरदोई के 34 वर्षीय राममूरत कनौजिया साफ सफाई का काम करते थे। 30 अक्टूबर की रात अचानक वह बेहोश हो गए और गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कैलाश अस्पताल से प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस को इस मामले की जानकारी हुई। अगले दिन 31 अक्टूबर की शाम मृतक राममूर्ति के शव को स्वजन ने पीजी के बाहर रख दिया और प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने पीजी मालिक पर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
ऐसे हुआ घटना का पर्दाफाश
कोतवाली प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि राममूरत पीजी के ही एक कमरे में पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे। पिछले कुछ दिनों से पत्नी बच्चों को लेकर गांव गई हुई थी। 30 अक्टूबर की रात गांव बसई में रहने वाला छोटा भाई शर्मा कनौजिया शराब लेकर पीजी में पहुंचा। जहां दोनों ने जमकर शराब पी और खाना खाया। नशे में होने के बाद शर्मा ने बड़े भाई के कमरे पर ही रात गुजारने के लिए कहा।
इस पर राममूरत सहमत नहीं हुए। उन्होंने भाई से कहा कि वह अपने साथ पीजी में उसे नहीं रहने देंगे। इस पर दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। दोनों ने एक-दूसरे की गर्दन पकड़ ली। शर्मा कनौजिया ने बड़े भाई का जोर से गला दबा दिया। जिसके चलते राममूरत की मौत हो गई और शर्मा वहां से भाग गया।
पीजी मालिक और उसके भाई को फंसाने की काेशिश
बड़े भाई राममूरत की हत्या करने के बाद शर्मा कनौजिया ने स्वजन से कहा कि उसके भाई की सामान्य मौत नहीं है। उसकी हत्या की है। उसने ही पीजी मालिक तनुज और उसके भाई पर हत्या का आरोप लगाते हुए भाई बलराम के द्वारा मुकदमा दर्ज कराया।
शर्मा को उम्मीद थी कि पीजी मालिक से कुछ धनराशि मिल जाएगी। उसे नहीं पता था कि पुलिस उस तक पहुंच पाएगी। पुलिस ने जब पीजी में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो 30 अक्टूबर की रात शर्मा ही राममूरत के कमरे से बाहर आता दिखाई दिया। पकड़कर पूछताछ की तो सच्चाई बयां कर दी।