नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिमी जिले की स्पेशल स्टाफ टीम ने आदर्श नगर इलाके की फाइनेंस कंपनी में काम करने वाली युवती की हत्या के मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपित अभी फरार है। फाइनेंस कंपनी के मालिक ने ही कांट्रेक्ट किलर की मदद से युवती की हत्या करवाई थी। कंपनी मालिक ने दो लाख रुपये में सुपारी दी थी, जिसकी एक लाख रुपये वह एडवांस दे चुका था।
आरोपितों की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के लोनी के डीएलएफ के रहने वाले फाइनांस कंपनी के मालिक अनुज उर्फ गौरव, दिल्ली के गांधी नगर के जय प्रकाश उर्फ दुर्गा, सोनिया विहार के पंकज, चमन विहार के श्याम सुंदर उर्फ पौड़ी व सुमित के रूप में हुई है। आरोपित शरीफ उर्फ मोनू को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि शनिवार शाम को आदर्श नगर की टिंबर मार्केट स्थित सिंह एंड ब्रदर्स नामक फाइनांस कंपनी के दफ्तर में भलस्वा डेरी इलाके की दीपा नामक युवती की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। दीपा इस कंपनी में टेलीकालर का काम करती थी। आदर्श नगर थाने में प्राथमिकी कर आरोपितों को पकड़ने के लिए पांच टीमें बनाई गई।
टीमों ने वारदात के आसपास के सीसीटीवी की फुटेज खंगाली तो पता चला कि शनिवार शाम को करीब छह बजकर 17 मिनट पर दो युवक सीढ़ियों से दफ्तर की ओर जाते हुए और दो-तीन मिनट बाद बाहर आते हुए दिखाई दे रहे हैं। दीपा के पर्स की जब जांच की गई तो उससे अनुज की फोटो व नया मंगल सूत्र मिला। पुलिस को शक हुआ तो कंपनी के मालिक अनुज से भी पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान अनुज ने दीपा की हत्या की बात स्वीकार कर ली।
शादीशुदा होने के बावजूद टेलीकालर से थे अवैध संबंध
आरोपित अनुज ने बताया कि वह शादीशुदा है और दीपा के साथ उसके दो-तीन वर्ष से अवैध संबंध थे। लेकिन, उसने दीपा को नहीं बताया था कि वह शादीशुदा है। दीपा भी उसे जल्द से जल्द शादी करने को लेकर दबाव बना रही थी। इससे परेशान होकर कंपनी के कर्मचारी जय प्रकाश उर्फ दुर्गा से मदद मांगी।
इसके बाद दुर्गा ने पंकज से संपर्क किया और आगे पंकज ने हत्या को अंजाम देने के लिए श्याम उर्फ पौड़ी, सुमित और शरीफ उर्फ मोनू को दो लाख रुपये की सुपारी दी। श्याम सुंदर और सुमित भाई हैं और सुमित और शरीफ दोस्त हैं। श्याम, सुमित और शरीफ गाजियाबाद इलाके में आपराधिक वारदात को अंजाम देते हैं।
दीपा की चीखें सुनना चाहता था अनुज
शुक्रवार की शाम को सभी आरोपित सोनिया विहार में इकट्ठा हुए और एक लाख रुपये एडवांस लेकर दीपा को शनिवार शाम को मारने का फैसला किया। शनिवार को श्याम, सुमित व शरीफ सोनिया विहार से आजादपुर आए। श्याम और शरीफ फाइनांस कंपनी के दफ्तर में तीसरी मंजिल पर गए और सुमित गली में खड़ा रहा।
आरोपितों ने दीपा की उसी समय हत्या कर दी जब वह अनुज से फोन पर बात कर रही थी। शाम करीब 6.15 बजे दीपा को अनुज ने इसलिए फोन किया था ताकि वह उसकी चीखें सुनकर सुनिश्चित कर सके कि कांट्रेक्ट किलर ने काम पूरा कर दिया है।