नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने नवजातों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना डाक्टर सहित तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है। इनमें नवजात बच्ची की मां भी शामिल है। आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गिरोह अब तक पांच नवजातों को बेच चुका है। एसआइ नीरज को सूचना मिली कि कुछ लोग नवजातों को निसंतान दंपती को बेचने के धंधे में शामिल हैं। इस पर एक टीम बनाई गई और टीम में शामिल एक सिपाही को नकली ग्राहक बनाकर भेजा गया।
सिपाही पहुंचा सौदा करने
सिपाही के संपर्क साधने पर आशु और राखी रोहिणी सेक्टर तीन पहुंचीं और सिपाही के साथ एक लाख दस हजार में नवजात को देने का सौदा तय किया। महिलाओं को 10 हजार रुपये एडवांस दिए गए।
बच्ची की मां और डाक्टर पहुंचा
इसके बाद वहां एक माह की बच्ची के साथ उसकी मां और जहांगीरपुरी में अस्पताल चलाने वाला डाक्टर संजय मलिक पहुंच गया। तभी पुलिसकर्मियों ने चारों को दबोच लिया। संजय मलिक बीएएमएस है और ग्लोबल अस्पताल चलाता है।
पहले गर्भपात कराने आई थी महिला
डीसीपी प्रणव तायल ने बताया कि तीन माह पूर्व आरोपित महिला संजय की अस्पताल में गर्भपात कराने के लिए गई थी। संजय ने उसने बच्चे को जन्म देने के बाद बेचने की बात कही। वह उसके लालच में आ गई। 27 जुलाई को उसने बच्ची को जन्म दिया तो आरोपित संजय ने उसे अपने साथ रख लिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आशु गर्भपात कराने वाली युवतियों की तलाश में रहती थी और एक अस्पताल में नर्स थी। उसने बाद में काम छोड़ दिया था और डाक्टर संजय के साथ जुड़ गई। पड़ोस में रहने वाली राखी ग्राहकों की तलाश करती थी।