नई दिल्ली। नोएडा के सेक्टर-18 कामर्शियल हब के पास 7130 वर्गमीटर जमीन पर बनी अवैध नर्सरी और दुकानों को बुधवार को प्राधिकरण द्वारा ध्वस्त किया गया। दुकानों का पक्का निर्माण किए जाने के साथ ही यहां कैंटीन चलाई जा रही थी।
प्राधिकरण द्वारा मशीनों की मदद से निर्माण को ध्वस्त किए जाने के दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा। प्राधिकरण वरिष्ठ प्रबंधक ने बताया कि कामर्शियल जमीन होने के चलते इसकी कीमत करीब 300 करोड़ रुपये के आसपास आंकी जा रही है।
किसानों ने किया विरोध
प्राधिकरण की कार्रवाई किए जाने के दौरान मौके पर पहुंचे किसानों ने इसका विरोध किया। किसानों ने प्राधिकरण पर आरोप लगाया कि जमीन का मामला में अदालत में विचाराधीन है। इसके बाद इसे ध्वस्त नहीं किया जा सकता है। प्राधिकरण अधिकारियों ने किसानों को समझाया। इसके बाद वे शांत हुए। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस मामले में आंदोलन किया जाएगा।
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प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में पूर्व में नोटिस जारी किए थे। ये लोग हाईकोर्ट गए। वहां इनकी याचिका को खारिज कर दिया गया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। प्राधिकरण वरिष्ठ प्रबंधक विजय रावल ने बताया कि डीएलएफ माल के सामने करीब 7130 वर्गमीटर जमीन पर काफी लंबे समय से अवैध निर्माण किया हुआ था। इस जमीन को खाली कराया गया। यहां पांच नर्सरी को हटाया गया। नर्सरी संचालक अपना सामान निकालकर जमीन खाली कर रहे है।
वहीं, पक्की बनी हुई सात दुकानों को ध्वस्त किया गया। इन दुकानों में कैंटीन चलाई जा रही थी। चेतावनी दी गई है कि दोबारा अतिक्रमण या अवैध निर्माण किया गया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस जमीन के चारों ओर फैंसिंग कराकर यहां प्राधिकरण भूमि होने का बोर्ड लगाया जाएगा।