पेशावर। पाकिस्तान के दक्षिण वजीरिस्तान कबायली जिले की सीमा से सटे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक खुफिया-आधारित अभियान में प्रतिबंधित टीटीपी गंडापुर समूह का अब्दुल जबर शाह मारा गया। कार्रवाई में दो आतंकवादी भी घायल हुए हैं। आतंकवादी कमांडर कानून प्रवर्तन एजेंसियों, धार्मिक समूहों, पोलियो टीमों पर हमलों और टीटीपी के लिए जबरन वसूली में शामिल था।
सुरक्षा बलों ने बताया कि दक्षिण वजीरिस्तान कबायली जिले की सीमा से सटे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में खुफिया जानकारी के आधार पर चलाए गए एक अभियान के दौरान प्रतिबंधित टीटीपी समूह का कमांडर अब्दुल जबर शाह मारा गया।
उन्होंने बताया कि कार्रवाई में दो अन्य आतंकवादी घायल भी हुए हैं। जबर शाह कई कानून प्रवर्तन एजेंसी, धार्मिक समूहों एवं पोलियो दलों पर हमले और टीटीपी के लिए जबरन वसूली करने की घटनाओं में शामिल था।
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शहर में 3 मई तक लगा धारा 144
पेशावर के डिप्टी कमिश्नर ने कानून और व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए 3 मई (बुधवार) तक शहर में धारा 144 लगा दी है। दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 जिला प्रशासन को जनहित में आदेश जारी करने का अधिकार देती है जो एक विशिष्ट अवधि के लिए किसी गतिविधि पर प्रतिबंध लगा सकता है।
7 आतंकवादियों को किया गया गिरफ्तार
सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए एक अलग अभियान में, हाफिज गुल बहादुर समूह के एक प्रमुख कमांडर मेहताब उर्फ लाला सहित सात आतंकवादियों को उत्तरी वजीरिस्तान कबायली जिले में गिरफ्तार किया गया।
पिछले हफ्ते प्रांत में आतंकवादियों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में कम से कम सात आतंकवादी मारे गए थे, जबकि तीन पाकिस्तानी सैनिकों ने जान गंवाई थीं। प्रतिबंधित टीटीपी ने हाल के महीनों में हमलों में तेजी की है और तालिबान द्वारा अफगानिस्तान के अधिग्रहण के बाद स्पष्ट रूप से मजबूत हो गया है।
टीटीपी ने हाल के महीनों में हमलों में की वृद्धि
प्रतिबंधित टीटीपी ने हाल के महीनों में हमलों में वृद्धि की है और तालिबान द्वारा अफगानिस्तान के अधिग्रहण के बाद स्पष्ट रूप से मजबूत हो गया है।
बता दें, 2007 में कई आतंकवदी संगठनों के एक समूह ने पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्ष विराम खत्म करने का आह्वान किया था और अपने आतंकवादियों को देश भर में आतंकवादी हमले करने का आदेश दिया था।