प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ भी आरोपियों में शामिल है. वह इस समय बरेली जेल में बंद है. खबर है कि अशरफ को भी बरेली जेल से प्रयागराज लाया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, अशरफ की तूती बरेली जेल के अंदर खूब बोलती है. इस बात का अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि अशरफ के लिए जेल के अंदर रहते हुए भी बाहर से खाना ही नहीं, बल्कि भारी मात्रा में ड्राई फ्रूट तक जेल के अंदर आसानी से भेजा जाता रहा.
सूत्रों के मुताबिक, अशरफ से जेल में मिलने हर वो शख्स जा सकता था, जिससे खुद अशरफ मिलना चाहता था. ये बात तब साबित हुई, जब बरेली पुलिस ने मनोज गौड़ नाम के एक सिपाही को अरेस्ट किया. सिपाही पर आरोप था कि जिस लोग से भी अशरफ मिलना चाहता था, सिपाही इस काम में अशरफ की मदद करता था. जेल नियमों को ताक पर रख कर बिना पर्ची या फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वह लोगों का अशरफ के साथ मुलाकात का प्रबंध करवाता था.
अतीक अहमद का काफिला रोका गया, बेखौफ माफिया बोला- ‘काहे का डर…’
उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गैरकानूनी तरीके से अशरफ से उसके लोगों की मुलाकात करवाने के मामले में बरेली के एक प्रॉपर्टी डीलर को भी अरेस्ट किया था. अतीक के भाई अशरफ की जेल के अंदर मदद करने के मामले में जेल में तैनात 5 सिपाहियों को निलंबित तक किया जा चुका है. सूत्रों के मुताबिक, माफिया अतीक के भाई अशरफ को बरेली जेल में पीलीभीत के रहने वाले आरिफ और बरेली का रहने वाला लल्ला गद्दी कई बार अशरफ के कहने पर सामान पहुंचाने जेल भी आते थे.
लल्ला गद्दी और आरिफ पुलिस के शिकंजे में
पुलिस की टीम ने लल्ला गद्दी और आरिफ को गिरफ्तार भी किया था. साथ ही अशरफ को जेल में मदद पहुंचाने के मामले में पुलिस ने लल्ला गद्दी के तीन करीबियों यामीन फरहद और इरफान की भी अरेस्टिंग की है. ऐसी जानकारी सामने आई है कि जेल में बंद अशरफ को मदद पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया फरहद अशरफ के साले सद्दाम के साथ फाइनेंस का काम करता था. बताया जा रहा है कि जेल में अशरफ से मिलने के लिए अब तक तकरीबन 45 लोग आएं हैं. इनमे से तकरीबन 28 प्रयागराज के, 10 बरेली के और 3 लोग पीलीभीत के रहने वाले बताए जाते हैं.
जेल में अशरफ से मिलने लोग आते थे
अशरफ से एक ही आई डी पर 10-10 लोग मिलने आया करते थे. सूत्रों के हवाले से 11 फरवरी को तकरीबन 8-9 लोग अशरफ से बरेली जेल में मिलने आए थे. मिलने वाले लोगों में से अतीक अहमद का लड़का असद लल्ला गद्दी उस्मान चौधरी गुड्डू मुस्लिम शामिल थे. जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड के बाद उन लोगों का डाटा निकालना शुरू किया है जो बरेली जेल में अशरफ से मिला करते थे.