नई दिल्ली। मनी लांड्रिंग व ठगी के मामले में पूर्वी दिल्ली की मंडोली जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके बाद से दिल्ली की राजनीति गरमा गई है।
सुकेश ने अपने वकील के माध्यम से दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना को एक लिखित शिकायत दी है, जिसमें उसने आरोप लगाया है कि उसने प्रोटेक्शन मनी के तौर पर सत्येंद्र जैन को दस करोड़ व जेल महानिदेशक संदीप गोयल को साढ़े बारह करोड़ रुपये दिए हैं।
एलजी को लिखा पत्र
सुकेश ने पत्र में आरोप लगाया है कि मंत्री सत्येंद्र दैन और जेल महानिदेशक ने रुपयों के लिए उसपर दबाव भी बनाया था। उसने एलजी से इस मामले में जांच करवाने की मांग की है। इस मामले में जेल महानिदेशक से वाट्सएप पर उनका जवाब पूछा गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
वर्ष 2017 से जेल में बंद है सुकेश
सुकेश पर करोड़ों रुपये की ठगी का आरोप है। वर्ष 2017 से वह जेल में बंद चल रहा है। दस अक्टूबर को उसने अपने वकील के माध्यम से एलजी को एक लिखित शिकायत दी थी। उसने अपने पत्र में लिखा कि जब वह जेल में बंद हुआ था, तब दिल्ली में जेल मंत्री सत्येंद्र जैन थे।
सत्येंद्र ने किसी और के जरिये ली प्रोटेक्शन मनी: सुकेश
आराेप लगाया कि वर्ष 2019 में जैन अपने सचिव व दोस्त सुशील के साथ जेल में आए थे, तभी उसकी मुलाकात उन लोगों से हुई थी। जैन ने उससे जेल में सुरक्षित रहने व कई अन्य सुविधाएं दिए जाने के नाम पर दो करोड़ रुपये प्रोटेक्शन मनी के तौर पर मांगे थे। मंत्री ने उसे रकम देने को मजबूर किया, दबाव के चलते उसने दो से तीन महीने के अंदर दस करोड़ रुपये की राशि वसूल ली। यह रकम कोलकाता में रहने वाले सत्येंद्र जैन के करीबी चतुर्वेदी नाम के व्यक्ति ने ली।
AAP को दिए 50 करोड़ रुपये
सुकेश ने पत्र में दावा किया है कि वह वर्ष 2015 से सत्येंद्र जैन को जानता है। वह दक्षिण भारत की राजनीति में काफी सक्रिय रहा है। आरोप लगाया कि उसी आम आदमी पार्टी (आप) ने उससे वादा किया था कि उसे आम में शामिल कर दक्षिण भारत में महत्वपूर्ण पद दिया जाएगा। उसे राज्यसभा में भेजने का भी लालच दिया गया। जिसके चलते उसने आप को 50 करोड़ रुपये का चंदा दिया था।
जांच एजेंसी को कुछ नहीं बताने के लिए बनाया दबाव
सुकेश का आरोप है कि मंत्री ने उसपर दबाव बनाया कि वह जांच एजेंसी के सामने उसे दी गई प्रोटेक्शन मनी व आप को दिए गए चंदे को लेकर कोई जानकारी न दें। इतना ही नहीं, मंत्री ने जेल महानिदेशक संदीप गोयल व जेल प्रशासन से भी उसे धमकवाया। सीबीआइ जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट में दायर याचिका को वापस लेने के लिए कहा गया और उसे लगातार परेशान किया गया। सुकेश के इस आरोप से दिल्ली की राजनीति में हड़कंप मच गया है।