नई दिल्ली। देश ही नहीं दक्षिण एशिया की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली तिहाड़ जेल में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामले में तीन जेलों में तलाशी अभियान के लिए पहुंचे जेल कर्मियों पर कैदियों ने हमला कर दिया। इसमें सात वार्डर घायल हो गए। शातिर कैदियों ने खुद को भी दीवार पर सिर पटककर घायल कर लिया। इसके बाद सभी को जेल की डिस्पेंसरी में भेजा गया। वहां से चार कैदियों की गंभीर हालत को देखते हुए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जेल सूत्रों ने बताया कि जेल नंबर एक, चार व आठ में कैदियों के पास मोबाइल, चाकू व ड्रग्स होने की जानकारी जेल प्रशासन को मिली थी। बुधवार सुबह साढ़े दस बजे जेल कर्मचारी इन तीनों जेल में पहुंचे और कैदियों की तलाशी लेने की कोशिश की। जेल नंबर आठ के वार्ड नंबर चार में कैदियों ने कर्मचारियों का विरोध किया। यहां पर कैदियों ने कर्मचारियों को घेर लिया और नुकीले हथियार से वार करने लगे।
इसके बाद जेल प्रशासन ने अलार्म के माध्यम से सुरक्षाकर्मियों को सचेत किया। जब तक सुरक्षाकर्मी वहां पहुंचे तब तक सात वार्डर को कैदी घायल कर चुके थे। जेल सूत्रों के मुताबिक कैदियों ने कर्मचारियों को गाली भी दी। इसी तरह जेल नंबर एक और चार में भी कैदियों ने कर्मचारियों का विरोध किया। इन दोनों जेलों में हालात पर किसी तरह काबू पाया जा सका।
जेल अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के दौरान 16 कैदियों ने खुद को घायल कर दिया। एक की हालत इतनी गंभीर हो गई कि उसे डीडीयू अस्पताल से सफदरजंग अस्पताल रेफर करना पड़ा। स्थिति अब सामान्य है।
उधर, दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार तिहाड़ जेल के इनमेट्स (कैदी) को जेल से बाहर होने के बाद समाज के साथ बेहतर तरीके से जुड़ने में मदद करने और उनके अपस्किलिंग के लिए उन्हें स्किल ट्रेनिंग तथा शैक्षिक सहायता प्रदान करेगी। इस दिशा में दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षक पहले इन इनमेट्स के एजुकेशनल बैकग्राउंड और संभावित कौशल को समझने के लिए अध्ययन करेंगे।