नोएडा। एंटी ह्मूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) ने सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई में बुधवार देर रात काल गर्ल्स के लिए आनलाइन गिरोह का भंडाफोड़ किया है। सेक्टर-41 स्थित ओयो होटल प्रीमियम में बुधवार देर रात छापेमारी कर होटल के मैनेजर समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मौके से दिल्ली नोएडा की रहने वाली सात युवतियों को पकड़ा गया है। पुलिस ने होटल को सीज कर दिया है।
वाट्सएप से लोगों से संपर्क करते थे आरोपित
पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वाट्सएप के माध्यम से लोगों से संपर्क करते थे। डील होने पर लोग गाड़ी से लड़कियों को होटल, घर, मकान और कोठी में पहुंचाते थे। इसके बदले ग्राहकों से मोटी रकम ली जाती थी। ग्राहकों के हिसाब से रकम पांच हजार से लेकर 20 हजार रुपये तक होती थी। वहीं देह व्यापार में शामिल लड़कियों को 1500 रुपये हिसाब से भुगतान किया जाता था।
पुलिस को जैसे ही सूचना मिली थी नोएडा के एक होटल में देह व्यापार का धंधा चल रहा है। पुलिस ने बोगस ग्राहक बनकर वाट्सएप के माध्यम से गिरोह के सदस्यों से बात कर लड़कियों की बुकिंग की। गिरोह के सदस्यों ने पुलिस के बोगस ग्राहक को नोएडा बुलाया। जिसके बाद पुलिस टीम को नोएडा के होटल में बुलाया गया। सूचना सही मिलने के बाद पुलिस ने दबिश देकर भंडाफोड़ किया है।
पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ करने पर महिला आरोपित ने बताया कि होटल मैनेजर देह व्यापार के लिए दिल्ली और नोएडा के विभिन्न इलाकों से लड़कियां लाया करता था और जो भी कमाई होती थी उसमें से उसे कमीशन मिलता था। वहीं होटल में आने वाले पुरुषों की व्यवस्था खुद करता था। इस काम के अलग से पैसे लेता था। आरोपित करीब 20 दिन से देह व्यापार के गिरोह को संचालित कर रहे थे। गिरोह लंबे समय नोएडा-एनसीआर में लंबे समय से देह व्यापार में संलिप्त था।
कालेज की छात्राओं को भी देते हैं प्रलोभन
आरोपित आर्थिक रूप से कमजोर युवतियों को कमाई का प्रलोभन देकर जाल में फंसाते थे। गिरोह में कई अन्य लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है। गूगल और वाट्सएप नंबर के माध्यम से लोगों से संपर्क करते थे और डील तय होने के बाद युवतियों को दिए गए पते पर भेजते थे।
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित युवतियों को ग्राहक द्वारा प्रदान किए पते पर खुद लेकर आते थे और आसपास ही मौजूद रहते थे। सौदा तय करने के लिए आरोपितों ने ग्राहकों का एक ग्रुप भी बना रखा था। कार के अलावा बाइक से भी युवतियों को पते पर भेजा जाता था।