पाकिस्तान में लाहौर जांच पुलिस ने पिछले दिनों बादामी बाग इलाके में खुद को मुसलमान बता कर अपने विश्वासों का प्रचार करने के आरोप में अहमदी समुदाय के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया। पाकिस्तान में 1974 में हुए एक संविधान संशोधन के अनुसार, अहमदियों को गैर-मुस्लिम घोषित किया गया था। जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान ने अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की गिरफ्तारी का विरोध किया है। जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान ने कहा कि कट्टरपंथी तहरीक लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के कार्यकर्ता क्षेत्र के लोगों को निर्दोष अहमदियों के खिलाफ भड़काने और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने में सबसे आगे थे।
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पुलिस अधिकारी अशफाक खान ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अहमदिया समुदाय के छह लोगों… वजाहत अहमद कमर, शफीक आदिल, नासिर अहमद, मुदस्सिर अहमद, शिराज अहमद और उमर अहमद बाजवा को ‘खुद को मुस्लिम बताने’ पर गिरफ्तार किया गया है। टीएलपी दो ईसाइयों के खिलाफ ईशनिंदा के आरोपों को लेकर पिछले बुधवार को लाहौर से लगभग 130 किलोमीटर दूर फैसलाबाद की जरनवाला तहसील में लगभग 20 चर्चों और ईसाइयों के 80 से अधिक घरों को जलाने में कथित तौर पर शामिल था।