मोदीनगर। गाजियाबाद के फजलगढ़ गांव में हुए राहुल हत्याकांड का भोजपुर पुलिस ने 48 घंटे में शनिवार को पर्दाफाश कर दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुरानी कहासुनी के चलते चार आरोपितों ने मिलकर शराब पीते वक्त ईंट से वार कर व गला दबाकर राहुल की हत्या की थी।
पुलिस ने इलेक्ट्रानिक सर्विलांस व मेनुअल इनपुट की मदद से दो आरोपितों को ट्रेस कर दबोचा है, जबकि दो आरोपित अभी फरार हैं। एसीपी मोदीनगर रितेश त्रिपाठी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव फजलगढ़ का करन उर्फ चीकू व राजेंद्र सिंह हैं। इनके दो साथी प्रवेश गुर्जर व दिनेश फरार हैं। आरोपितों की राहुल से पुरानी रंजिश थी।
शराब पीलाने के बाद की हत्या: पुलिस
मंगलवार रात वे राहुल को शराब पिलाने के बहाने अपने साथ ले गए। वहां खेतों में इन्होंने शराब पी। नशे की हालत में आरोपितों ने राहुल से गाली-गलौज शुरू कर दी। राहुल के विरोध पर आरोपितों ने ईंट से वार कर व गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद राहुल के शव को रजवाहे में फेंक दिया और चारो आरोपित फरार हो गए गए। पूछताछ में गिरफ्तार आरोपितों ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त ईट को भी रजवाहे में ही फेंक दिया था। एसीपी ने बताया कि फरार दोनों आरोपित को भी जल्द गिरफ्तारी होगी। पूछताछ में सामने आया है कि राहुल फरार आरोपित दिनेश की बेटी पर गलत नजर रखता था। पहले भी इसे लेकर दिनेश का राहुल से विवाद हुआ था।
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यह था मामला
मंगलवार रात फजलगढ़ गांव से युवक राहुल अपने साथियों के साथ कलछीना के ईंट भट्ठे पर जाने की बात कहकर गया था। अगले दिन बुधवार को राहुल का शव भदौला गांव के रजवाहे में मिला। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया था, पर तब शिनाख्त नहीं हुई थी। बुधवार शाम जब स्वजन भोजपुर थाने में राहुल की गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे तो उन्हें हत्या की जानकारी हुई। राहुल के पिता की तहरीर पर केस दर्ज हुआ था।इलेक्ट्रानिक सर्विलांस व मैनुअल इनपुट की मदद से आरोपितों तक पहुंची पुलिस, फरार दो आरोपितों की तलाश में जुटी है पुलिस। सीडीआर बनी मददगार राहुल के मोबाइल नंबर की सीडीआर (काल डिटेल रिकार्ड) पुलिस के लिए मददगार बनी। आरोपितों ने मंगलवार रात काल कर राहुल को घर से बुलाया था। ऐसे में आखिरी काल के नंबर पर ही पुलिस ने जांच शुरू की। ये नंबर वारदात के बाद से ही बंद थे। ऐसे में शक और गहरा गया। जांच में पता चला कि ये नंबर राहुल के साथियों के ही थे।