चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. यात्रा को लेकर 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई गई थी. उसे शनिवार से फिर से शुरु कर दिया गया. गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय एवं आईजी गढ़वाल के स्थलीय निरीक्षण और संबंधित जिलाधिकारियों से वार्ता के उपरांत यह निर्णय लिया गया है. शनिवार से हरिद्वार एवं ऋषिकेश से 1500-1500 श्रद्धालुओं के ऑफलाइन पंजीकरण किए जाएंगे. इसके बाद यात्रियों को आगे भेजा जाएगा. इससे पहले सभी प्रकार से रजिस्ट्रेशन बंद किए गए थे.
दरअसल चारधामों में उमड़ी अप्रत्याशित भीड़ के मद्देनजर ऑफ लाइन पंजीकरण पर रोक लगा दी गई थी. जबकि ऑनलाइन पंजीकरण जारी है. इस बीच अब सरकार ने ऑफलाइन पंजीकरण को लेकर भी बड़ा फैसला लिया है और शानिवार से हरिद्वार एवं ऋषिकेश से 1500-1500 पंजीकरण किए जाएंगे. इसको लेकर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. शनिवार (31 मई) से ऑफ़लाइन रजिस्ट्रेशन शनिवार से शुरू होंगे. इस के साथ ही प्रदेश के आने वाले तीर्थ यात्रियों को अब ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन मिल सकेंगे. इससे पूर्व राज्य सरकार ने 31 मई तक रजिस्ट्रेशन बंद किए गए थे.
सीएम धामी खुद कर रहे यात्रा की मॉनीटरिंग
चारधाम यात्रा को लेकर इस बार रजिस्ट्रेशन हुए और श्रद्धालुओं में यात्रा के प्रति जोश देखा गया. उसके हिसाब से उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार यह आंकड़ा काफी बढ़ सकता है. एक अनुमान के अनुसार इस बार 75 लाख के आसपास यात्री चार धाम की यात्रा कर सकते हैं. फिलहाल राज्य सरकार चार धाम यात्रा को सुचारू और व्यवस्थित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. चार धाम यात्रा पर आने वाले तमाम यात्रियों के स्वास्थ्य से लेकर उनके सुरक्षा के इंतजामों के लिए राज्य सरकार लगातार काम कर रही है. इसमें राज्य सरकार ने कई वरिष्ठ अधिकारियों को लगाया है. खुद सीएम धामी लगातार चार धाम यात्रा की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.