अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले यूपी एटीएस ने तीन गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है. ये तीनों गैंगस्टर अयोध्या में संवेदनशील जगहों पर रेकी कर रहे थे. इसी दौरान एटीएस की टीम ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया. यूपी एटीएस के मुताबिक, तीनों गैंगस्टर सफेद रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी पर सवार थे. इनके तार कनाडा से ऑपरेट हो रहे सुक्खा गैंग से जुड़े बताए जा रहे हैं. सुक्खा गैंग ने ही तीनों को इकट्ठा किया था और अयोध्या भेजा था.
जानकारी के मुताबिक, बीते गुरुवार को यूपी एटीएस ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पास से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. तीनों सफेद रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी लेकर विभिन्न जगहों पर रेकी कर रहे थे. एटीएस ने इन्हें पूरी प्लानिंग के तहत पकड़ लिया. एटीएस ने संदिग्ध वाहन की पहले ही पहचान कर ली थी और उसे चिन्हित किया था. इसके बाद गाड़ी का पीछा किया. मौका पाकर राजस्थान के रहने वाले इन तीनों गैंगस्टरों को धर लिया.
कहां के रहने वाले हैं तीनों आरोपी?
यूपी एटीएस ने पकड़े गए गैंगस्टर्स की पहचान शंकरलाल दूसाद उर्फ शंकर जाजोद पुत्र नारायण मल दुसाद के रूप में की है, जो कि राजस्थान के सीकर का रहने वाला है. इसके अलावा इसके दो और साथी अजीत कुमार शर्मा पुत्र आनंद कुमार शर्मा, जो कि झुंझनूं जिले के सदर थाना क्षेत्र का रहने वाला है. प्रदीप पुनिया पुत्र राजेंद्र सिंह पुनिया, जो कि सीकर जिले के ढालियावास गांव का रहने वाला है.
किस गैंग से है तीनों का कनेक्शन?
यूपी एटीएस ने बताया कि शंकरलाल दुसाद पर 2007 से लेकर 2014 के बीच 7 मामले दर्ज किए गए थे. राजस्थान में अलग-अलग जगहों पर शंकरलाल के खिलाफ मारपीट, फायरिंग, शराब तस्करी, हवाला, लूटपाट, हत्या, आर्म्स एक्ट जैसे संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं. बता दें कि शंकरलाल लगातार सात साल तक जेल में भी रह चुका है. अंदेशा है कि यह अपने दो साथियों के साथ मिलकर अयोध्या में किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने आया था. प्राथमिक पूछताछ में सुक्खा गैंग का नाम सामने आ रहा है.
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने मंगवाया था नक्शा
शंकरलाल कनाडा से ऑपरेट हो रहे सुक्खा गैंग के खालिस्तानी समर्थक सुखबिंदर सिंह का खास था. पूछताछ में उसने कबूल किया कि दोनों आपस में वॉट्सऐप पर कॉन्टैक्ट में थे. बता दें कि सुक्खा गैंग ने लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ शंकरलाल को तैयार किया था. खालिस्तानी समर्थक गुरुपतवंत सिंह पन्नू ने राम मंदिर के संवेदनशील इलाकों की रेकी कर नक्शा भेजने की बात कही थी. इसलिए शंकरलाल अयोध्या आया था. पुलिस ने शंकरलाल से दो आधार कार्ड और दो सिम कार्ड भी बरामद किया है.
अयोध्या में परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर!
अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को है. ऐसे में पहले से ही अयोध्या में हजारों भक्तों की भीड़ जुटी हुई है. वहीं 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अयोध्या पहुंचेंगे और रामलला के मंदिर का उद्घाटन करेंगे. इस दौरान लाखों श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की आशंका है. ऐसे में अयोध्या में सिक्योरिटी को लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर है और हर एक लीड पर नजर बनाए हुए है.