नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि 2,000 रुपये के अधिकतम नोट कर्कुलेशन में वापस आ गए हैं। वह यह बी बताते हैं कि केवल 10,000 करोड़ रुपये मूल्य के नोट अभी भी लोगों के पास हैं। इन नोटों को लेकर उन्होंने विश्वास जताया कि यह नोट भी जल्द वापस हो जाएंगे या फिर जमा हो जाएंगे।
आरबीआई गवर्नर ने एक कार्यक्रम में संबोधन करते हुए कहा कि 2,000 रुपये के नोट वापस आ रहे हैं और सिस्टम में केवल 10,000 करोड़ रुपये बचे हैं। उम्मीद है कि यह राशि भी वापस आ जाएगी।
अक्टूबर महीने की शुरुआत में शक्तिकांत दास ने कहा था कि 2,000 रुपये के 87 प्रतिशत नोट सिस्टम में वापस आ गए हैं। वहीं बाकी नोटों को काउंटर में एक्सचेंज या जमा किया जा रहा है।
2,000 रुपये के नोट को चलन से किया गया बाहर
19 मई 2023 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने2,000 रुपये के नोट को चरणबद्ध तरीके से बंद करने का एलान किया था। 2,000 रुपये के नोट को बदलने या फिर जमा करने के लिए 30 सितंबर 2023 तक का समय दिया गया था। इसके साथ ही 30 सितंबर 2023 तक नोट को वैध रखा गया था। आरबीआई ने बाद में 7 सितंबर 2023 तक नोट बदलने या फिर एक्सचेंज करने का समय दिया था।
8 अक्टूबर से भारतीय रिजर्व बैंक के 19 स्थानों पर नोट को एकेस्चेंज किया जा सकता था। आरबीआई के 19 कार्यालयों में एक बार में 20,000 रुपये की सीमा तक 2,000 रुपये के बैंक नोट बदल सकते हैं। हालाँकि, बैंक खातों में 2,000 रुपये के नोट जमा कराने के लिए कुल राशि की कोई सीमा नहीं है।
2016 में हुई थी नोटबंदी
वर्ष 2016 प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों को अमान्य करने का एलान किया था। इन नोटों को लेकर आरबीआई ने बताया कि यह नोट लगभग 88 प्रतिशत से अधिक सिस्टम में वापस आ गए हैं।