Road Name Changed: नगर निगम कार्यकारिणी ने सोमवार को शहर में आठ प्रमुख सड़कों, चौराहों के नाम बदल दिए। घटिया आजम खां रोड का नाम अब स्व. अशोक सिंघल मार्ग कर दिया गया है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तात्या टोपे के नाम पर किदवई पार्क रोड, पुलवामा शहीद कौशल कुमार रावत के नाम पर कहरई मोड़ चौराहा, शास्त्रीपुरम चौराहा भगवान चित्रगुप्त चौराहा के नाम से जाना जाएगा। महाराजा सूरजमल, पूर्व मंत्री स्व. सत्यप्रकाश विकल, समाजसेवी देवी प्रसाद आजाद के नाम पर भी सड़कें और चौराहों के नाम रखे गए हैं।
कार्यकारिणी के 16वें अधिवेशन की बैठक
सोमवार को स्मार्ट सिटी कक्ष में नगर निगम कार्यकारिणी के 16वें अधिवेशन की बैठक मेयर नवीन जैन की अध्यक्षता में हुई। उपसभापति पार्षद जगदीश पचौरी ने सिटी स्टेशन रोड पर 27 सितंबर को जन्मे अशोक सिंघल के नाम पर घटिया आजम खां रोड का नाम रखने का प्रस्ताव रखा। श्रीराम मंदिर निर्माण में उनके योगदान पर जगदीश पचौरी का प्रस्ताव सर्व सम्मति से कार्यकारिणी ने पास कर दिया। बैठक में नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे, अपर नगर आयुक्त विनोद गुप्ता, चीफ इंजीनियर बीएल गुप्ता, संजय कटियार, जलकल महाप्रबंधक आरएस यादव, पार्षद धर्मवीर सिंह, संजय राय, करमवीर सिंह, मोहन शर्मा, गुलाब सिंह, नेहा गर्ग, जरीना बेगम आदि मौजूद रहे।
कार्यकारिणी में ये प्रस्ताव किए गए पास
– शमशाबाद रोड कहरई मोड़ चौराहा का नाम अब शहीद कौशल कुमार रावत चौक
– 22 वें अधिवेशन में पास गृहकर पर ओटीएस योजना का प्रस्ताव अनुमोदित किया
– शास्त्रीपुरम चौराहा का नाम भगवान चित्रगुप्त चौक करने का प्रस्ताव पास किया
– किदवई पार्क से पुराने पोस्ट आफिस राजामंडी का नाम तात्या टोपे के नाम पर होगा
– सुल्तानगंज चौराहा का नाम स्व. सत्यप्रकाश विकल चौक रखने का प्रस्ताव भी पास
– मोतीलाल नेहरू रोड पर मंदिर के पीछे खाली जमीन पंछी अस्पताल खोलने के लिए दी
– पार्षद करमवीर सिंह के प्रस्ताव पर मधु नगर चौराहा का नाम महाराजा सूरजमल चौक रखा
– कांजी हाउस का नाम अब पं.दीनदयाल उपाध्याय मवेशी गृह का संजय राय का प्रस्ताव
– जीवनी मंडी-बेलनगंज रोड का नाम देवी प्रसाद आजाद के नाम पर तथा गेट का निर्माण
Road Name Changed: दो अधिवेशन में केवल नाम बदल रही कार्यकारिणी
नगर निगम कार्यकारिणी ने इस बार 10 प्रस्तावों में से 8 में नाम बदलने के प्रस्ताव थे, जबकि पिछली कार्यकारिणी में 17 चौराहों, सड़कों के नाम बदलने के प्रस्ताव पारित किए गए थे। पार्षदों ने इस पर आपत्ति भी जताई कि नाम बदलने के साथ शहर की तस्वीर बदलने के लिए न तो किसी निर्माण योजना का प्रस्ताव रखा गया और न ही व्यवस्था में सुधार या लोगों को राहत देने वाले किसी पहल का प्रस्ताव रखा गया। कार्यकारिणी केवल नाम बदलने में जुटी हुई है।