Israel और हमास के बीच भीषण युद्ध जारी है. इस बीच भारत ने अपने नागरिकों को युद्ध ग्रस्त देश से निकालने के लिए अभियान चलाया है, जिसको Operation Ajay नाम दिया गया है. इस ऑपरेशन के तहत 212 यात्रियों को लेकर पहला विमान कल यानी शुक्रवार 13 अक्टूबर को भारत पहुंच चुका है. Operation Ajay के तहत ऐसे ही दूसरे विमान ने देर रात इजराइल से उड़ान भरी और आज सुबह दिल्ली में लैंड किया. इस दूसरे विमान में कुल 235 यात्री सवार थे, जो दिल्ली पहुंच गए हैं. विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने उनका स्वागत किया.
ऑपरेशन अजय के तहत दूसरे विमान से लौटे एक यात्री ने कहा, ‘यह बहुत ही अच्छा है. हमें बहुत खुशीहै. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और भारत सरकार को कोटि-कोटि धन्यवाद.’ एक अन्य यात्री ने भी भारत सरकार की इस पहल की तारीफ की और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और इजरायल में भारत के दूतावास को धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा, कई छात्र परेशान थे कि वह वापस लौट भी पाएंगे या नहीं.
14 October Ka Panchang : शनिवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
कई राज्यों ने अपने रिप्रेजेंटेटिव्ज भेजे
इस दौरान इजरायल से लौट रहे अपने-अपने नागरिकों को लेने के लिए अलग-अलग राज्यों ने अपने रिप्रेजेंटेटिव्ज को दिल्ली एयरपोर्ट पर भेजा हुआ था.
इस दौरान केंद्रीय गृहराज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने कहा, ‘आज हम 235 यात्रियों को इजरायल से वापस लेकर आए हैं. अह इस ऑपरेशन अजय को आगे भी जारी रखेंगे. वहां हमारे करीब 18000 भारतीय नागरिक रहते हैं. अभी तो यह दूसरा ही चरण है, हम उनकी भी मदद करेंगे.’
विदेश मंत्री ने दी थी जानकारी
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने देर रात ट्वीट करके जानकारी दी थी कि 235 यात्रियों के साथ दूसरा विमान भारत लौट रहा है. अपने ट्वीट में बताया कि Operation Ajay के तहत 235 भारतीय नागरिकों के साथ तेल अवीव से दूसरे विमान ने उड़ान भर ली है.
इन यात्रियों में मुख्य रूप से इजरायल में रहकर वहां काम करने वाले भारतीय हैं. ऑपरेशन अजय के तहत विमान में लौट रहे भारतीयों ने इस पहल के लिए भारत सरकार की खूब तारीफ की और प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहा.
यात्रियों ने सरकार को धन्यवाद कहा
इन 235 यात्रियों में से एक आशीष कुमार ने कहा, मैं भारत जा रहा हूं. मैं यहां एग्रीकल्चर रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ARO) में पोस्ट डॉक्टरल स्टूडेंट हूं. उन्होंने बताया कि सेंट्रल इजरायल में हालात काफी शांत बने हुए हैं, वहां गाजा और बीरफेबा व अन्य बॉर्डर जैसे हालात नहीं हैं. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि भारत सरकार ने यह बहुत ही अच्छा फैसला किया. मैंने पहले देखा है कि सिर्फ यूरोपीय देश ही इस तरह से अपने नागरिकों को बचाने के लिए अभियान चलाते थे. इस पहल के लिए मैं भारत सरकार की खूब सराहना करता हूं.
एक अन्य यात्री वागेश द्विवेदी ने भी भारत सरकार की इस पहल की तारीफ की. उन्होंने दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के कार्यकाल को याद किया. उन्होंने बताया कि वह ARO वमें विजिटिंग साइंटिस्ट हैं. उन्होंने बताया कि लगातार बम गिरने की वजह से यहां हालात बहुत ही चिंताजनक हैं और यह और भी भयावह हो सकते हैं. यही वजह है कि हम इजराइल छोड़कर अपने देश जा रहे हैं. भारत में हमारे घर पर भी हर कोई हमें लेकर चिंतित है. उन्होंने कहा, ऑपरेशन अजय बहुत ही पॉजिटिव कदम है और मैं इसकी खूब सराहना करता हूं. भारत सरकार सुषमा स्वराज के कार्यकाल से ही इस तरह से ऑपरेशन चला रही है.
केंद्रीय मंत्री ने किया स्वागत
इससे पहले ऑपरेशन अजय के तहत 212 यात्रियों को लेकर एक विमान शुक्रवार को दिल्ली पहुंच चुका है. जिन लोगों को ऑपरेशन अजय के तहत वापस भारत लाया गया है, वह सभी भारत सरकार की इस पहल की जमकर तारीफ कर रहे हैं. विमान के अंदर से वंदे मातरम और भारत माता कि जय के नारे लगाने के वीडियो भी सामने आ रहे हैं. ऑपरेशन अजय के तहत पहले विमान से लौटे भारतीयों के स्वागत के लिए स्वयं केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर एयरपोर्ट पर मौजूद थे. उन्होंने वापस लौटे छात्रों से बातचीत भी की.