सीतापुर। पान-मसाला खाने के लती युवक को पैसे नहीं मिले तो उसने रिश्तों का ही खून कर डाला। जिस पिता ने उसे अंगुली पकड़कर चलना सिखाया, उसे ही लाठी-डंडों से इतना पीटा कि उसकी सांसें थम गईं। आरोपित पुत्र को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
किरतापुर में रहने वाला 50 वर्षीय शत्रोहनलाल पुत्र शिवराम रविवार की देर रात घर में खाना खा रहा था। इसी बीच बेटा अखिलेश आया और पान-मसाला खाने के लिए रुपये मांगने लगा। पिता ने रुपये देने से मना किया तो अखिलेश ने डंडे से उनकी पिटाई शुरू कर दी। शत्रोहन की चीख-पुकार सुनी तो पास-पड़ोसी जमा हो गए। बेटे से मार खा रहे शत्रोहन को बचाया और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांडा लाए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अखिलेश की इस हरकत से ग्रामीण भी आक्रोशित हो गए। कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के सिपुर्द कर दिया।
पति को नहीं बचा सकी बीमार पत्नी : मृतक शत्रोहन की पत्नी बीमार रहती है। जब बेटा, पिता की पिटाई कर रहा था तो पत्नी घर में ही थी। बीमारी की वजह से वह अपने पति को नहीं बचा सकी। ग्रामीणों का कहना है कि मृतक का बड़ा बेटा विमलेश कुमार लखनऊ में रहकर मेहनत-मजदूरी करता है।
मौत के बाद भी नहीं कोई मलाल : ग्रामीणों ने आरोपित को पुलिस को दे दिया था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आरोपित को थाने ले जाया गया। वहां पर भी वह चुपचाप बैठा रहा। पिता की हत्या करने का अफसोस भी उसके चेहरे से नहीं झलका।
‘पान मसाले के लिए पैसा न देने की वजह से ही आरोपित ने अपने पिता को मार डाला है। आरोपित बेटे को हिरासत में लिया गया है। घटना के संबंध में साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। केस दर्ज कर लिया है। आरोपित को जेल भेजने की तैयारी हो रही है। – मनीष कुमार, थानाध्यक्ष सकरन