नई दिल्ली। गाजीपुर व सीमापुरी में दो आइईडी मिलने के मामले में स्पेशल सेल को सीसीटीवी कैमरों के जरिए दो आतंकियों की तस्वीरें तो मिल गई है लेकिन अब उनकी पहचान करना सेल के सामने बड़ी चुनौती बनी हुई है। पहचान करने के लिए सेल अपने मुखबिरों के अलावा क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के पास मौजूद अपराधियों व आतंकियों के डोजियर व पेश रिकोगनाइजेशन सिस्टम का सहारा तो ले ही रही है, लेकिन सबसे अधिक उम्मीद उन्हें सेल्यूलर कंपनियों के डंप डाटा से है।
सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि दोनों जगहों पर आइईडी मिलने के मामले में उन्हें सुराग मिल गया है। अब दोनों आतंकियों की पहचान करने की कवायद जारी है। पहचान करने के जितने भी तरीके हैं वे सभी अपनाए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया में पुलिस टीम को भले ही लंबा एक्सरसाइज करना पड़ेगा लेकिन हर हाल में उन्हें सफलता मिलना तय है। दोनों आतंकियों का किसी भी राज्य के क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के पास डोजियर होने की संभावना कम लग रहा है क्योंकि वे पहले किसी मामले में गिरफ्तार नहीं हुए होंगे। ऐसे में डंप डाटा से उनकी पहचान करने का दूसरा तरीका अपनाया जा रहा है।
सेल का कहना है कि दोनों आतंकियों की तस्वीरें आनंद विहार के पास स्थित ईडीएम मॉल, सीमापुरी व अन्य जहां कहीं भी सीसीटीवी कैमरों में कैद मिली है। साथ ही पुरानी सीमापुरी के सुनार वाली गाली डी 49 जिसे दोनों ने किराए पर लिया था उक्त सभी जगहों से आतंकियों ने मोबाइल का इस्तेमाल किया होगा। ऐसे में सेल्यूलर कंपनियों से उक्त जगहों के डंप डाला ले लिया गया है। उक्त जगहों पर विभिन्न सेल्यूलर कंपनियों के जितने भी इन कमिंग व आउट गोईंग नार्मल काल आए अथवा एप बेस्ड जितने भी इंटरनेट काल हुए। उक्त सभी की जांच की जा रही है। जो नंबर उक्त सभी जगहों पर कामन मिलेंगे। उससे पता लगा लिया जाएगा कि वे नंबर किसके नाम व किस पते पर पंजीकृत हैं। उसके बाद आतंकियाें के बारे में पता लगा लिया जाएगा।
सेल का कहना है कि जहां-जहां भी आतंकियों की तस्वीरें मिली है वहां से कैमरों के डीवीआर को जब्त कर लिया गया है। तस्वीरें मिल जाने पर पहचान करने में भले ही कुछ वक्त लग सकता है लेकिन हरहाल में उनकी पहचान हो जाएगी जिसके बाद उन्हें दबोचने का चुनौती होगी। सेल को शक है कि आतंकी उत्तर प्रदेश के रहने वाले ही हो सकते हैं। तभी उन्होंने दो माह पहले सीमापुरी में किराए पर घर लेने के दौरान मकान मालिक हाशिम से खुद को उत्तर प्रदेश से होने और पढाई करने दिल्ली आने की बात कही थी।
जिस काले रंग की चोरी की हीरो होंडा स्प्लेंडर बाइक का इस्तेमाल आतंकियों ने गाजीपुर फूल मंडी के गेट नंबर एक के पास 14 जनवरी को आईडी रखने में किया था उसे सेल ने सीमापुरी में उसके किराए के घर के पास से बरामद कर ही लिया है। गाजीपुर में आइईडी रखने के बाद वापस सीमापुरी लौटकर आतंकियों ने उस बाइक का एक पार्किंग में खड़ी कर दी थी। उसके बाद उसका इस्तेमाल नहीं किया था साथ ही आतंकियों ने उक्त घर में रहना भी छोड़ दिया था। 17 फरवरी को सेल ने सीसीटीवी को ट्रैक करते हुए आतंकियों के घर पर पहुंच कर कमरे से एक अन्य आइईडी भी बरामद कर लिया था।