नई दिल्ली। गोविंदपुरी इलाके में 25 सितंबर को एक महिला ने पति से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। महिला ने आत्महत्या से पहले अपना एक वीडियो बनाया और अपने मायके पक्ष के लोगों को मैसेज कर दिया। मायके पक्ष के लिए वीडियो देखकर महिला को बचाने का प्रयास करते तब तक देर हो चुकी थी। आत्महत्या की सूचना के बाद पहुंची गोविंदपुरी थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद स्वजन को सौंप दिया है। पुलिस ने वीडियो को बयान मानकर और मृतका के पिता के बयान पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपित अनुपम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
आरती की शादी 2022 को हुई थी शादी
पुलिस उपायुक्त ईशा पांडेय ने बताया कि मृतका 27 वर्षीय आरती गुप्ता अपने परिवार के साथ अलीगढ़ के मानिक चौक में रहती थी। आरती की शादी 30 जनवरी, 2022 को गोविंदपुरी स्थित हिमगिरी अपार्टमेंट में रहने वाले अनुपम गुप्ता के साथ हुई थी। अनुपम गुप्ता हौज खास स्थित एक निजी कंपनी में बतौर आर्किटेक्ट नौकरी करता था। अनुपम गुप्ता का परिवार मूलत: उत्तर प्रदेश के बबराला के रजपुरा का रहने वाला है।
दहजे से परेशान होकर पंखे से लटक कर दी जान
उपायुक्त ईशा पांडेय ने बताया कि 25 सितंबर को गोविंदपुरी थाना पुलिस को महिला की आत्महत्या करने की सूचना मिली। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने महिला के शव को पंखे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया। बेटी की आत्महत्या की सूचना पर मायके पक्ष के लोग थाने पहुंचे और पुलिस को उसका वीडियो दिखाया। गिरीश चंद्र ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसकी बेटी को शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष के लिए दहेज के लिए परेशान करते थे। उसका पति उसके साथ मारपीट करता था और उसे अकेला छोड़ कर चला गया। उन्होंने बताया कि आरती को उसके मायके में बात करने पर पाबंदी लगा दी गई थी। पुलिस ने आरती के पिता गिरीश के बयान पर मामला दर्ज कर आरोपित अनुपम को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस से भी मदद मांगने पहुंची थी आरती
उपायुक्त ईशा पांडेय ने बताया कि पति के घर में अकेला छोड़ जाने और उसका मोबाइल नंबर ब्लाक करने के बाद आरती 24 सितंबर की देर रात गोविंदपुरी थाने पहुंची थीं। जहां आरती की मुलाकात महिला कांस्टेबल सचिन से हुई। आरती ने महिला कांस्टेबल सचिन को बताया था कि उसका पति उसे घर में अकेले छोड़ कर चला गया था और उसका मोबाइल नंबर ब्लाक कर दिया है। जिसके बाद से उसके परिवार और उसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। आरती ने महिला कांस्टेबल सचिन से अपने पति को ढूंढने के लिए मदद मांगी। कांस्टेबल सचिन ने आरती से शिकायत देने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया। कांस्टेबल सचिन आरती को उसके घर तक छोड़ कर आई और समस्या होने पर उससे संपर्क करने की बात कहीं।
बनाया वीडियो
आरती गुप्ता के मामा ने बताया कि उनकी भांजी ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो बनाया था। वीडियो में आरती रो रही है और अपने पति द्वारा मारपीट करने की बात कह रही है। इतना ही नहीं वीडियो में पीड़िता बार बार घर में अकेले छोड़े जाने की बात कह रही है। इस वीडियो को बनाने के बाद आरती गुप्ता ने स्वजन को भेजा और फिर पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। स्वजन ने वीडियो देखकर आरती और उसके ससुराल पक्ष के लोगों को फोन किया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। जब मायके पक्ष के लोगों की आरती के ससुराल पक्ष के लोगों से बात हुई तो तब तक आरती आत्महत्या कर चुकी थी।