बेंगलुरु। Tata Sons ने ऑनलाइन ग्रॉसरी सेलर बिग बास्केट (BigBasket) में बहुलांश हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। अब यह दिग्गज भारतीय कारोबारी समूह Amazon.com Inc, Walmart की अगुवाई वाली Flipkart और रिलायंस इंडस्ट्रीज के Jio Mart को सीधी टक्कर दे पाएगा। Tata Sons की इकाई Tata Digital Limited ने BigBasket की यह हिस्सेदारी खरीदी है। Tata ने शुक्रवार को इस डील के बारे में अन्य किसी तरह के विवरण देने से इनकार कर दिया। वहीं, BigBasket को इस बाबत पूछे गए सवाल का तत्काल कोई जवाब नहीं मिल सका है।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने मार्च में Tata Digital द्वारा BigBasket की 64.3 फीसद हिस्सेदारी के अधिग्रहण के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी थी।
जानिए इस डील का अनुमानित आकार
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह डील करीब 95 अरब रुपये में हुई है। इस डील से चीन के उद्योगपति जैक मा के नियंत्रण वाले AliBaba एवं अन्य निवेशकों के BigBasket से निकलने का रास्ता साफ हो गया है।
यह डील ऐसे समय में हुई है जब कोविड-19 महामारी की वजह से भारत में खाने-पीने के सामान और ग्रॉसरी प्रोडक्ट्स की ऑनलाइन बिक्री में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है। इसकी वजह यह है कि लोग महामारी की वजह से घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं और ऑनलाइन शॉपिंग को तरजीह दे रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Tata Sons एक ‘Super App’ विकसित करने की तैयारी में है। इस ऐप के जरिए वह अपने सारे कंज्यूमर बिजनेस को एकसाथ लाएगा। उल्लेखनीय है कि Tata Sons नमक से लेकर लग्जरी कार और सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में सक्रिय है।
Tata Group लंबे वक्त से BigBasket के अधिग्रहण की कोशिशों में जुटा था।
Tata Digital Limited दिग्गज कारोबारी समूह Tata Sons Pvt Ltd की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी है।
ऑनलाइन ग्रॉसरी मार्केटप्लेस BigBasket की स्थापना वर्ष 2011 में हुई थी। कंपनी भारत के 25 शहरों में अपने ऑपरेशन चलाती है। इसकी प्रतिस्पर्धा Amazon India के साथ-साथ SoftBank समर्थित Grofers और Flipkart से है।