नोएडा। स्ट्रक्चरल आडिट रिपोर्ट में एमराल्ड कोर्ट (Emerald Court) के बेसमेंट के पिलर कमजोर पाए जाने के बाद दोनों अवैध टावर के सबसे नजदीक बने एटीएस विलेज (ATS Village) में भी स्ट्रक्चरल आडिट कराया गया। हालांकि दोनों अवैध टावर से 50 मीटर की दूरी में भी यह आडिट किया गया, इस दायरे में एटीएस विलेज के चार टावर ही आ रहे थे।
इन सभी की रिपोर्ट सामान्य मिली है। इनमें ऐसी कोई खामी नहीं मिली है, जिसे दुरुस्त किए जाने या इन टावरों के पिलर की मरम्मत कराए जाने की आवश्यकता हो। इससे एटीएस विलेज में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है।
सोसायटी के मानचित्र और ब्लू प्रिंट को लेकर की गई जांच
एटीएस विलेज एओए अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी ने बताया कि शुक्रवार से आडिट का कार्य शुरू किया गया था। इसके लिए सोसायटी के मानचित्र और ब्लू प्रिंट को लेकर जांच की गई थी। हालांकि जांच में कोई खामी नहीं मिली है। सूत्रों के मुताबिक यह आडिट सुपरटेक द्वारा एक निजी एजेंसी से कराया गया है।
ध्वस्तीकरण से सोसायटी में बने टावर को न पहुंचे नुकसान
दो दिन तक चार टावरों के बेसमेंट और भूतल के पिलर की जांच की गई है। इसमें ऐसी कोई खामी नहीं मिली है, जिसे दूर कराने की आवश्यकता हो। आडिट इसलिए कराया गया है, क्योंकि दोनों अवैध टावरों के इस सोसायटी के पास होने के कारण लोगों के मन में डर था कि कहीं ध्वस्तीकरण के दौरान अवैध टावर के पास उनकी सोसायटी में बने टावर के फ्लैटों को कोई नुकसान न हो।