कन्नौज। ट्वीटर और फेसबुक समेत सोशल प्लेटफार्म पर एक ही घटना के दो वीडियो जमकर ट्रोल हो रहे हैं। पहले वीडियो को बनाने वालों को लेकर कमेंट पास किए जा रहे हैं तो उसके ही दूसरे वीडियो में एक दारोगा को तारीफ मिल रही है।
दरअसल, पहला वीडियो इंसानियत को शर्मसार करने वाला है, जिसमें खून से लथपथ पड़ी बच्ची बदहवास हालत में अंगुली दिखाकर उठाने का इशारा कर रही है और लोग वीडियाे बनाने के साथ पुलिस को बुलाने में समय गंवा रहे हैं। वहीं दूसरे वीडियो में सूचना पर आए चौकी इंचार्ज दारोगा उस बच्ची को अस्पताल ले जाने के लिए गोद में उठाकर वाहन के लिए दौड़ लगा रहे हैं, इसमें यूजर्स दारोगा की तारीफ भी कर रहे हैं।
यह हुई थी घटना
गुरसायगंज क्षेत्र में रहने वाली 13 वर्षीय किशोरी रविवार की दोपहर 12:30 बजे फर्रुखाबाद रोड पर मिट्टी के दीये और गोलक लेने गई थी और काफी देर तक घर नहीं लौटी। देर शाम शाम करीब 5:30 बजे नगर के तिराहा स्थित डाक बंगले में बकरी चरा रहे कुछ लोगों ने झाड़ी के बीच लड़की को खून से लथपथ बेहोश अवस्था में पड़े देखा। जानकारी मिलते ही लोगों की भीड़ एकत्र हो गई थी।
हाथ उठाकर मदद मांगती रही किशोरी, लोग बनाते रहे वीडियो
वेदनाएं अब किसी की संवेदनाओं को नहीं झिंझोड़ती हैं, यह तब साफ हो गया जब खून से लथपथ बच्ची तड़पती रही, वो हाथ उठाकर अंगुली से इशारा करके मदद मांगती रही। लेकिन, असंवेदनशील लोग उसे उठाकर अस्पताल ले जाने की बजाए वीडियो बनाते रहे और पुलिस को फोन करते रहे। बावजूद इसके लोगों का हृदय नहीं पिघला। यही वीडियो जब सोशल प्लेटफार्म पर वायरल हुआ तो जमकर ट्रोल हो गया।
दारोगा ने गोद में उठाकर पहुंचाया अस्पताल
स्वजन से जानकारी पर गुरसहायगंज कोतवाली के दारोगा मनोज पांडेय भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने वीडियो बना रहे लोगों से नाराजगी जताते हुए हटाया और दर्द से तड़प रही बच्ची को अस्पताल पहुंचाने के लिए गोद मे उठाकर सड़क की तरफ दौड़ पड़े। चिल्लाते हुए उन्होंने आटो को रुकवाया और आटो में बैठते समय उनके सिर से कैप भी गिर गई। वह उसे गोद में लेकर अस्पताल लेकर पहुंचे और डॉक्टरों से उपचार शुरू कराया। दारोगा की यह मानवता इंसानियत खो चुके वीडियो बना रहे लोगों के लिए सबक है। घटना का दूसरा वीडियो भी इंटरनेट पर वायरल हुआ तो यूजर्स में किसी ने सैल्यूट किया तो किसी ने खूब प्रशंसा की।
बच्ची की हालत अभी स्थिर, मरा समझकर छोड़ गए हमलावर
अस्पताल में भर्ती बच्ची की हालत अभी स्थिर है। वह न कुछ बोल पा रही और न ही परिवार वाले कुछ कह पा रहे हैं। घरवालों का कहना है कि आरोपित ने बच्ची का अपहरण कर अमनवीय घटना को अंजाम दिया है। वहीं लोग बच्ची को अगवा कर दुष्कर्म के इरादे से हमला करने और मरा समझकर उसे झाड़ियों में छोड़कर आरोपित के भाग जाने की आशंका जता रहे हैं।
पुलिस की पकड़ से आरोपित दूर, एसपी ने गठित की तीन टीमें
घटना के आरोपित फिलहाल पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा पाई है कि आखिरकार इस अमानवीय वारदात को किसने अंजाम दिया है। हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक ने तीन टीमें गठित की हैं। पीड़ित किशोरी के चाचा ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। घटना का राज फाश नहीं होने से लोगों में रोष पनप रहा है। पूर्व विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी, आसिफ जमाल सिद्दीकी, उत्कर्ष गुप्ता ने आरोपित को जल्द गिरफ्तार कराने की मांग की है।
अपर पुलिस अधीक्षक डा. अरविंद कुमार के निर्देश पर थाना प्रभारी राजकुमार सिंह, चौकी प्रभारी के अलावा एसओजी, स्वाट टीम सक्रिय है। सीसीटीवी कैमराें के फुटेज देखकर आरोपित की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। थाना प्रभारी राजकुमार सिंह ने बताया कि किशोरी का कानपुर में उपचार चल रहा रहा है। पुलिस टीमें गुरसहायगंज से फर्रुखाबाद तक लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही हैं, जल्द घटना का राजफाश किया जाएगा।