ग्रेटर नोएडा। बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में इंडिया ग्रांड प्रिक्स के दूसरे दिन प्रैक्टिस और क्वालीफाइंग सत्र में वर्षा ने दर्शकों का रोमांच दोगुना कर दिया। पहले ड्राई ट्रैक और फिर वैट ट्रैक पर सुपर बाइक को रफ्तार भरने को दोगुना मजा मिल गया। हालांकि, वर्षा के कारण करीब आधे घंटे सत्र में देरी भी हुई।
शनिवार को मोटोजीपी चैंपियनशिप के दूसरे दिन सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक मोटो2, मोटो3 के एक-एक प्रैक्टिस सत्र और मोटोजीपी के दो क्वालिफाइंग सत्र ड्राई ट्रैक पर हुए। दोपहर डेढ़ बजे से मोटो3 का क्वालीफाइंग सत्र शुरू होने के कुछ देर बाद ही रेडक्रास झंडा मार्शल ने दिखा दिया। रेडक्रास झंडा तब दिखाया जाता है जब ट्रैक पर वर्षा होने लगे। ये देख दर्शक पहले तो मायूस हुए, लेकिन कुछ ही देर में आयोजकों ने घोषणा की कि कुछ देर में वैट ट्रैक पर क्वालीफाइंग सत्र होगा। ये सुनते ही दर्शक जोश से भर गए।
मोटोजीपी की भी 15 मिनट की हुई वैट लैप प्रैक्टिस
शनिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे मोटोजीपी की सुपर बाइक की भी वैट लैप प्रैक्टिस सत्र हुआ। इसे देख दर्शकों का रोमांच दोगुना हो गया। सर्किट (4.90 किमी) के पांच चक्कर राइडर्स ने लगाए।
शाम होते ही दर्शकों से खचाखच भरे स्टैंड
दोपहर से पहले काफी उमस होने के कारण कम संख्या में दर्शक सर्किट पहुंचे। दोपहर में वर्षा होने के बाद मौसम में ठंडक हो गई। सप्ताहांत होने के कारण लोगों की संख्या काफी बढ़ गई। शाम करीब पौने पांच बजे मोटोजीपी की आठ लैप (सर्किट का चक्कर) की स्प्रिंट रेस हुई। ये देखने के लिए दर्शकों के स्टैंड खचाखच भर गई।
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क्या है वैट और ड्राई
यदि रेस से पहले और बीच में वर्षा होने लगती है तो ट्रैक को वैट यानी गीला ट्रैक घोषित कर दिया जाता है और ऐसे में मोटोजीपी रेस के राइडर्स बाइक बदल लेते हैं। वहीं, मोटो2 व मोटो3 में सिर्फ टायर ही बदले जाते हैं। चिकने टायर की जगह ग्रिप वाले टायर लगा दिए जाते हैं। वहीं मोटोजीपी में बाइक इसलिए बदली जाती है, क्योंकि कई बदलाव बाइक में करने पड़ते हैं जैसे कि ब्रेक, टायर, सस्पेंशन, साफ्टवेयर आदि जिसमें काफी समय लग जाता है।
गीले ट्रैक पर फिलसी बाजी
मोटोजीपी का शनिवार का सत्र रोमांच और जोखिम से और भर गया जब दोपहर में वर्षा हो गई। सभी राइडर्स और उनकी टीम दोपहर तक सूखे ट्रैक को लेकर रणनीति बना रहे थे दोपहर होते ही वर्षा ने परिस्थितियां ही बदल दीं। इसी का नतीजा रहा कि शुक्रवार को सबसे कम समय निकालने वाले लुकास मारिनी शनिवार शाम हुई आखिरी स्प्रिंट रेस में आगे भाग रही बाइक से टकरा गए और घायल हो गए। उनकी कालरबोन फ्रैक्चर हो गई है जिस कारण वह अब चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगे। वहीं शुक्रवार को दूसरे स्थान पर रहने वाले जोर्ज मार्टिन स्प्रिंट रेस में पहले स्थान पर रहे।
उन्होंने शुक्रवार को लुकास मरीन के 1.44 मिनट से एक सेकंड कम समय निकाल कर शनिवार को हुई स्प्रिंट रेस को पूरा किया।शुक्रवार को मूनी वीआर46 रेसिंग टीम के राइडर लुका मारिनी ने बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में दूसरे फ्री प्रैक्टिस सत्र के दौरान आखिरी लैप में सबसे तेज टाइमिंग दर्ज की थी।
इटली के राइडर ने एक मिनट 44.7820 सेकंड का समय लेकर प्राइमा प्रामैक रेसिंग के जोर्ज मार्टिन को पछाड़ दिया था, जबकि मार्टिन पूरे सत्र में पहले स्थान पर हावी रहे थे। मार्टिन, मारिनी की तुलना में 0.008 सेकंड के कम समय से दूसरे स्थान पर रहे। शनिवार को लुकास की बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। जिस कारण वह रेस से बाहर हो गए। इससे पहले दोपहर में हुई क्वालिफाइंग2 रेस में वह चौथे स्थान पर रहे थे।