प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात काल्विन अस्पताल के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए काल्विन अस्पताल परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था। उसी समय 10 फायर किए गए। अतीक की कनपटी पर सटाकर एक गोली मारी गई। अज्ञात वाहनों से आए हमलावरों ने सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम देने के बाद समर्पण कर दिया। घटना के बाद जिले की सीमा को सील कर दिया है। मौके पर आरएएफ को भी बुला लिया गया है। वहीं, ये भी खबर आ रही है कि मीडिया को बाईट देते समय यह हमला हुआ है।
इसके अलावा यह जानकारी भी सामने आयी है कि हमलवार मीडियाकर्मी बनकर आये थे। हमलावरों के गले में मीडिया का कार्ड लटक रहा था। इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने तीनों हमलवारों को पकड़ लिया है।
आपको बता डेम इस घटना के कुछ देर पहले ही उमेश पाल हत्याकांड के विवेचक प्रभारी निरीक्षक धूमनगंज राजेश कुमार मौर्या पुलिस टीम के साथ अतीक और उसके भाई अशरफ को कसारी मसारी मोहल्ले मे ले गए थे। अतीक ने वहां नाटे तिराहे के पास झाड़ियों के बीच स्थित खंडहरनुमा मकान में झोले में छिपाकर रखे गए असलहा व कारतूस बरामद कराए थे। पांच कारतूस पर पाकिस्तान आर्डिनेंस फैक्ट्री (पीओएफ) अंकित मिला।
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अतीक ने यह भी बताया कि उसके कहने पर ही गुर्गों ने असलहा और कारतूस को छिपाया था। करीब 10 लाख रुपये में कोल्ट पिस्टल खरीदी गई थी। घटना स्थल से पिस्टल का खोखा मिला था, जिसका बरामद पिस्टल से मिलान करवाया जाएगा। यहां से अतीक और अशरफ को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए काल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था, कि साढ़े 10 बजे मेडिकल कराने के लिए काल्विन अस्पताल ले जा रहे थे।
इसी दौरान तीन युवकों में से एक ने अतीक की कनपटी पर सटाकर गोली मार दी। अशरफ की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस दौरान तीनों को पकड़ लिया। करीब 10 राउंड हुई फायरिंग में एक सिपाही भी घायल हो गया। घटना के बाद पुराने शहर में बहुत तनाव की स्थिति है।