फिरोजाबाद: शनिवार को दीवानी में अधिवक्ताओं से पिटने के बाद हत्यारोपित धर्मसागर ने दबाव में माफी तो मांग ली, लेकिन उसने अपमान का बदला लेने के उसी समय ठान ली। मामला खत्म होने के बाद उसने कहा था कि साेमवार को दीवानी में वकील नहीं आएंगे। यह बात उसने जब कही तो एक अधिवक्ता भी खड़े थे। उन्होंने उसे सब भूल जाने को कहा, लेकिन किसी ने उसकी धमकी को गंभीरता से नहीं लिया।
लालऊ निवासी अधिवक्ता शिवशंकर दुबे की सोमवार को हत्या से पहले शनिवार को दोपहर दो बजे दीवानी में फोटो कापी की दुकान के सामने विवाद हुआ था। इस विवाद में धर्म सागर ने अधिवक्ता को चांटा मार दिया, जिसके बाद एकजुट वकीलों की उसकी पिटाई की।
समझौता कराने के लिए बस्ते पर ले गए। समझौता वार्ता के बीच में उसे फिर से पीटा गया। जब समझौता हुआ तो धर्मसागर ने यह कहते हुए माफी मांगी कि कोट न पहने होने के कारण वह शिवशंकर को अधिवक्ता नहीं समझ पाया। वहां से निकलते समय फिर उसके तेवर बदल गए। वह अपमान का बदला लेने की कहने लगा।
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दीवानी में ही अधिवक्ता का पता और जानकारियां जुटाई
उसने कहा कि अब सोमवार को यहां कोई वकील नहीं आएगा। उसका इरादा साफ था कि वह बदला लेगा, लेकिन वह शिवशंकर दुबे की हत्या कर देगा, इसका आभास किसी को नहीं था। उसने दीवानी में ही शिवशंकर दुबे के बारे में जानकारियां जुटाई और घर का पता भी जान लिया।
सूत्रों का कहना है कि रविवार की रात धर्मसागर लालऊ गांव भी गया था और रैकी की थी। सोमवार को कोहरा छंटने से पहले उसने दुबे की हत्या कर दी।
पिटाई करने वाले अधिवक्ताओं में भी दहशत
जिन अधिवक्ताओं ने धर्म सागर की पिटाई की थी, उन्हें वह नहीं जानता था। एक अधिवक्ता का नाम उसे और पता लग गया, जिसके बाद उसने उन्हें भी देखने का एलान किया था। घटना के बाद अधिवक्ता दहशत में हैं।
आखिर कौन कर रहा था वकील को लगातार फोन?
सोमवार को हत्या से लगभग एक घंटे पहले अधिवक्ता शिवशंकर दुबे अपनी बुलेट से बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए रहना गए थे। वहां से लौटते में उनके मोबाइल पर फोन आए। एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार घर से पहले वाले मोड़ पर वकील साहब का फोन बजा था और बुलेट खड़ी कर वे मोबाइल पर बात कर रहे थे। आवाज भी गुस्से जैसी थी। इसके बाद वे बुलेट स्टार्ट करके घर की तरफ निकल गए।
बुलेट खड़ी करके लौटे तो घर के बाहर पुराने घर पर छोटा भाई खड़ा था, उसने चाय पीने को कहा लेकिन वे नहीं रुके। इसी बीच एक और काल आई। वह फोन पर बात करते हुए घर के सामने से जा रहे रास्ते पर चले गए।
लगभग पौने दो घंटे बंद रहे हत्यारोपित और साथी का फोन
पुलिस सूत्रों के सोमवार सुबह धर्मसागर बाइक पर अपने भांजे राजकपूर व एक अन्य व्यक्ति के साथ घर से निकलते हुए सीसीटीवी में कैद हुआ था। इसके बाद उसकी लोकेशन सुहागनगर तक की मिली। सुबह लगभग 8.14 बजे के बाद सुबह 9.54 बजे तक दोनों के मोबाइल की लोकेशन नहीं मिली है। 9.54 बजे के बाद उसकी लोकेशन हाईवे पर आई।
माना जा रहा है कि हत्यारोपित ने सुबह अधिवक्ता को काल किया और उसके बाद अपना मोबाइल बंद कर लिया। हत्या करके भागने के बाद फिर मोबाइल आन किया गया।