नोएडा/ग्रेटर नोएडा। नोएडा और गाजियाबाद समेत उत्तर प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूलों की फीस में 10 प्रतिशत का इजाफा होने जा रहा है। यूपी सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पिछले 2 साल से प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ोतरी पर लगाई गई रोक हटाने का फैसला किया है और प्राइवेट स्कूलों को 10 प्रतिशत तक फीस बढ़ाने की अनुमति दे दी है, हालांकि 1 अप्रैल से सत्र की शुरुआत के साथ ही ज्यादातर निजी स्कूलों में फीस में इजाफा कर दिया है। फीस वृद्धि की गणना वर्ष 2019-20 की फीस को आधार मानकर होगी।
पेट्रोल और डीजल के बाद नोएडा-गाजियाबाद के लोगों को लगेगा झटका
उत्तर प्रदेश सरकार के ताजा आदेश के बाद नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और हापुड़ के प्राइवेट स्कूलों ने फीस में बढ़ोतरी तैयारी कर ली है और इसका ऐलान अगले कुछ दिनों में कर देंगेओ। वहीं, पेट्रोल और डीजल के अलावा खाद्य पदार्थों के बाद यह महंगाई का बड़ा झटका होगा, जो नोएडा और गाजियाबाद के अभिभावकों को लगने वाला है।
200 से लेकर 1000 रुपये तक होगी फीस में बढ़ोतरी
बताया जा रहा है कि नोएडा और गाजियाबाद के प्राइवेट स्कूलों में सुविधा और सहूलियत के मद्देनजर फीस में इजाफा किया जाएगा। कई प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों को बढ़ाने वाले अभिभावकों का कहना है कि स्कूल का परिणाम मार्च के अंतिम सप्ताह में निकालने के साथ प्रबंधन ने बढ़ी फीस देने के कहा है। अब सरकार के आदेश के मुताबिक, जिन स्कूलों फीस 2000 वे हर महीने के हिसाब से 200 रुपये फीस बढ़ाएगा। जबकि नामी और प्रतिष्ठित स्कूलों में एक महीने की फीस में 1000 रुपये तक का इजाफा होगा। मान लीजिए आपके बच्चे की 11 क्लास की फीस 9000 रुपये प्रतिमाह है तो तीन महीने की फीस में तकरीबन 3000 रुपये बढ़ जाएंगे। इसी तरह स्कूल 10 प्रतिशत तक फीस में इजाफा करेंगे। इसके अनुसार, नोएडा और गाजियाबाद में औसत 200 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक का मासिक इजाफा होगा। वहीं, यूपी सरकार द्वारा निजी स्कूलों में शुल्क बढ़ोतरी पर लगी रोक हटाने से अभिभावकों में नाराजगी है। उनका कहना है कि सत्र शुरू होने के बाद इस तरह का निर्णय अभिभावकों के साथ छलावा है।
फीस वृद्धि शुरू हो जाएगी मनमानी
गौतमबुद्धनगर पैरेंट्स वेलफेयर सोसायटी के उपाध्यक्ष योगेश भगौर का कहना है कि निजी स्कूल अब पहले की तरह बेलगाम होकर शुल्क बढ़ोतरी करेंगे। उनको सिर्फ मौके का इंतजार था। अभिभावकों से फिर से फीस की लूट शुरू हो जाएगी। कुछ स्कूलों ने रोक में भी अलग-अलग तरीके फीस बढ़ा दी है।
चुनाव के बाद इसकी उम्मीद थी
आल नोएडा स्कूल पैरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष यतेंद्र कसाना का कहना है कि चुनाव के बाद इस की उम्मीद थी। ज्यादातर निजी स्कूल नेताओं के ही हैं। निजी स्कूल इसके लिए पहले से ही तैयार हैं। अभिभावक फिर से डीएफआरसी के चक्कर काटने को तैयार हो जाए। यह अभिभावकों के साथ छलावा है।