लखनऊ। शाहजहांपुर जिला जेल से इलाज के लिए लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी आया कैदी विशम्भर यादव मंगलवार देर शाम करीब 7:30 बजे सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों को चकमा देरकर फरार हो गया। वह यहां केजीएमयू के शताब्दी अस्पताल में भर्ती था और कैंसर की बीमारी से ग्रसित था।
कैदी विशम्भर को किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के शताब्दी अस्पताल में 20 अक्टूबर को लाया गया था। तब से वह यहां पर भर्ती था। इंस्पेक्टर चौक प्रशांत मिश्रा ने बताया कि कैदी विशम्भर लखीमपुर के फूलबेहर का रहने वाला था। उसकी अभिरक्षा में दो सिपाही तैनात थे। मौके पर एक सिपाही मिला। विशम्भर लघुशंका जाने का बहाना करके वार्ड से निकला था। इसके बाद वह नहीं लौटा। कैदी के न लौटने पर सिपाही उसकी खोजबीन करते रहे पर वह कहीं मिला ही नहीं।
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देर रात थाने पर इसकी सूचना दी गई। कैदी की तलाश में तीन टीमें गठित की गई हैं। जल्द ही उसे पकड़ा जाएगा। हालांकि अभी तक मामले की तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर कैदी और अभिरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। घटना की जानकारी शाहजहांपुर और लखीमपुर पुलिस को दे दी गई है। वहां की टीमें भी हत्यारोपित कैदी की तलाश में जुट गई है। इसके अलावा यहां मुख्य मार्ग, बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन पर सीसी कैमरे खंगाले जा रहे हैं।
सिपाही ने पांच घंटे बाद चौक पुलिस को दी थी सूचना : शताब्दी अस्पताल से कैदी विशम्भर करीब 7:30 बजे भागा है। अभिरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों ने उसके भागने की तत्काल सूचना नहीं दी थी। वह पहले खुद से कैदी की खोजबीन करते रहें। देर रात तक जब वह नहींं मिला तो उसकी सूचना रात 12:30 बजे थाने पर दी गई। इसके बाद पुलिस की टीम अस्पताल पहुंची और कैदी की खोजबीन शुरू की।