Home Breaking News आज जिंदा नहीं मिलेंगे…कहकर नदी में कूदा सिपाही, पिता बोले- निलंबित होने से अवसाद में था, जांच शुरू
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आज जिंदा नहीं मिलेंगे…कहकर नदी में कूदा सिपाही, पिता बोले- निलंबित होने से अवसाद में था, जांच शुरू

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उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक सिपाही ने गर्रा नदी में कूद कर आत्महत्या कर ली. नदी में कूदने से पहले सिपाही ने पिता को फोन करके यह भी कहा की अब आप हमें जिंदा नहीं देख पाएंगे. पिता ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने तलाश शुरू की तो मृतक सिपाही का सामान पुल पर रखा मिला, जबकि उसका शव नदी से बरामद किया गया. मृतक सिपाही पीलीभीत में पुलिस लाइन में तैनात था. वो बीते मई महीने में अपने कुछ साथियों के साथ क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर बनकर लूट के मामले में गिरफ्तार हुआ था और जमानत पर छूटकर आया था. सिपाही सस्पेंड चल रहा था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है. मृतक सिपाही 2018 बैच में सिपाही के पद पर भर्ती हुआ था

हरदोई के अरवल थाना क्षेत्र के खुद्दीपुर चैन सिंह गांव निवासी रामू सिंह साल 2018 में पुलिस में भर्ती हुआ था और उसकी तैनाती पीलीभीत पुलिस लाइन में थी. पीलीभीत में रामू सिंह एक लूट के मामले में जेल गया था. इसके बाद उसको सस्पेंड कर दिया गया था. दो दिन पहले रामु घर से पीलीभीत अपना वेतन लेने की बात कहकर निकला था. बीती रात रामू ने अपने पिता देवेंद्र सिंह को बताया की वो पीलीभीत से वापस आ गया है और हरदोई के सांडी थाना क्षेत्र के बरौलिया गांव के पास से निकली गर्रा नदी के पुल पर खड़ा है.

‘आप मुझे अब देख नहीं पाएंगे’

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उसने पिता से कहा की वो उसे आज के बाद देख नहीं पाएंगे. इतना कहते हुए फोन काट दिया और गर्रा नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली है. पिता ने पुलिस को तुरंत सूचना दी जिसके बाद मौके पर जब पुलिस पहुंची तो उसका कुछ सामान पुल पर पड़ा मिला लेकिन उसका कोई पता नहीं चला. सुबह जब उसकी नदी में तलाश की गई तो सिपाही का शव पुलिस ने नदी से बरामद किया. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

पूरनपुर थाना क्षेत्र में तैनात था सिपाही

बताया जा रहा है की मृतक सिपाही पूरनपुर थाना क्षेत्र में तैनात था और पिछले तीन मई को पूरनपुर थाने के अंतर्गत आने वाले एक गांव के रहने वाले कमर ने थाने में केस दर्ज कराया था जिसमें उसने आरोप लगाया था कि ब्रेजा कार में सवार चार व्यक्तियों ने खुद को क्राइम इंस्पेक्टर बताकर उसे एक मोबाइल फोन और 3000 रुपए की नगदी लूट ली थी. वहीं, दूसरी तरफ जितेंद्र कुमार नाम के एक व्यक्ति ने थाने पर दर्ज कराए गए मुकदमे में बताया था कि धोखाधड़ी कर सीबीआई टीम का अधिकारी बताकर सरफराज नाम के व्यक्ति ने उससे जबरदस्ती खाते में 14000 रुपए ट्रांसफर करा लिए थे.

9 मई को हुई थी जमानत

इस मामले की जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला पूरनपुर थाने में तैनात सिपाही रामू अपने सहयोगी सरफराज और कल्लू के साथ मिलकर इन घटनाओं को अंजाम दे रहा है. पूरे मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी सिपाही और उसके साथी सरफराज को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था जिसमें उसकी 9 मई को जमानत हुई थी. जेल जाने के बाद उसे सस्पेंड किया गया था. पिता के मुताबिक कुछ लोगों ने उसपर झूठा आरोप लगाकर फंसाया था.

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50 मीटर दूर मिली थी डेड बॉडी

हरदोई के पुलिस अधीक्षक नृपेंद्र सिंह ने बताया कि कल रात उन्हें घटना की सूचना मिली थी. सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. वहां पर उनका पर्स मिला और रात में ही गोताखोरों को लगाया गया लेकिन कोई पता नहीं चल सका. आज सुबह पुल से लगभग 50 मीटर दूर डेड बॉडी मिली है. स्थानीय पुलिस ने पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी कर ली है. मृतक सिपाही पर पीलीभीत में लूट का मामला दर्ज था जिसमें वह निलंबित था. पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है.

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