दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से जेवर एयरपोर्ट के बीच करीब 72 किलोमीटर लंबा मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा. इस पर तकरीबन 12-13 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. इस रूप पर हाई स्पीड मेट्रो चलाई जाएगी, जिसकी स्पीड 120 किलोमीटर रहेगी। ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और दिल्ली एयरपोर्ट (IGI Airport) की कनेक्टिविटी का रास्ता साफ हो गया है. इसके लिए ट्रैफिक सर्वे भी करा लिया गया है. दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से जेवर एयरपोर्ट के बीच करीब 72 किलोमीटर लंबा मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा इस पर तकरीबन 12-13 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. इस रूप पर हाई स्पीड मेट्रो चलाई जाएगी, जिसकी स्पीड 120 किलोमीटर रहेगी.साल 2024 तक मेट्रो लाइन का काम पूरा करने की कवायद की जाएगी।
बता दें कि दिल्ली में कुछ मेट्रो स्टेशन अंडर ग्राउंड भी रहेंगे. हालांकि यह DPR के बाद स्पष्ट होगा. यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि तकरीबन 12 से 13 हज़ार करोड़ रुपये की लागत से मेट्रो कॉरिडोर तैयार किया जाएगा. मेट्रो कनेक्टिविटी देने के लिए DMRC दो चरणों में ट्रैक का निर्माण करेगी. पहले चरण में नोएडा एयरपोर्ट से ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क तक काम होगा, जो 2024 तक पूरा हो जाएगा. वहीं दूसरा चरण नॉलेज पार्क से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक मेट्रो के नए कॉरिडोर का निर्माण होगा.डीएमआरसी के अधिकारियों ने यीडा के सीईओ को बताया कि दोनों चरणों के मेट्रो का डीपीआर 31 मार्च तक प्रस्तुत कर दिया जाएगा. यमुना अथॉरिटी को जब डीपीआर मिल जाएगा तो प्राधिकरण इसकी फंडिंग समेत कई और बिंदुओं पर फैसला लेगा।
साथी डॉक्टर ओमवीर सिंह ने बताया कि जेवर में बंद है इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी हरियाणा के गुड़गांव में सभी जोड़ी जाएगी ताकि दूसरे राज्य से भी लोग आसानी से इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंच सके जिसकी रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है साथ ही अरुण वीर सिंह का कहना है कि दिल्ली के सराय काले खान से हाई स्पीड बुलेट ट्रेन जो कि 22 मिनट में जेवर एयरपोर्ट पहुंचेगी के साथ ही रैपिड रेलवे जेवर होते हुए मथुरा तक का रूट बनाया गया है जिस पर बहुत जल्द काम शुरू कर दिया जाएगा।