पूर्वी दिल्ली। इंटरनेट मीडिया के जरिए हनीट्रप में फंसाकर ठगी करने वाले गिरोह का सीमापुरी थाना पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित खुद को पुलिसकर्मी बताकर पीड़ितों से रकम ऐंठते थे।
आरोपितों की पहचान हेमलता (42), मोहम्मद शफीक (47), सन्नी सुनेजा (42) और दीपक बुद्धिराजा (32) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपितों के पास से एक कार, चार मोबाइल, वारदात में इस्तेमाल पुलिस की वर्दी अन्य सामान बरामद किया है। गिरोह के सरगना हनी सक्सेना सहित अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
थाने में जबरन वसूली की मिली थी शिकायत
जिला पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि 29 जनवरी को बलबीर नगर निवासी एक युवक ने सीमापुरी थाने में जबरन वसूली की शिकायत दी थी। शिकायत में बताया कि उन्हें मसाज करवानी थी, इसके लिए उन्होंने गूगल पर मसाज पार्लर का नंबर तलाशा। उसी दौरान उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से एक महिला ने काल करके कहा कि वह मसाज पार्लर से बात कर रही है।
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दोनों ने वाट्सएप पर बातें करनी शुरू कर दी। 29 जनवरी को उसने पीड़ित को सीमापुरी में मिलने के लिए बुलाया, पीड़ित अपनी कार लेकर वहां पहुंच गया। देखा महिला अपनी एक सहेली के साथ खड़ी हुई है। दोनों पीड़ित की कार में बैठी और उसे शालीमार गार्डन में एक अज्ञात फ्लैट पर ले गईं। पीड़ित युवती से बात कर रहा था, तभी पांच से छह लोग फ्लैट में घुस गए।
खुद को पुलिसकर्मी बताकर फंसाने की कोशिश
एक बदमाश ने खुद को पुलिसकर्मी बताया, दूसरे ने क्राइम ब्रांच अधिकारी, तीसरे ने एनजीओ का अधिकारी बताया। दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर दस लाख रुपये मांगने लगे। रकम देने से इन्कार करने पर पीड़ित को पीट दिया। दो बदमाश रकम लेने के लिए पीड़ित को उसकी कार से सीमापुरी लेकर गए, पीड़ित के शोर मचाने पर सन्नी नाम के बदमाश को लोगों ने पकड़ लिया। उसका साथी फरार हो गया।
पकड़े गए सन्नी सुनेजा ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसका इस गिरोह से कोईलेना नहीं है। उसे पुलिसकर्मी का अभिनय करने के लिए हनी सक्सेना ने बुलाया था। हनी ने उससे कहा था कि पुलिसकर्मी बनकर नकली छापा मारना है। उसे पता ही नहीं था 29 जनवरी को फ्लैट पर जो चल रहा था, वह असली था।
अपने जाल में लोगों को फंसाती थी महिला
हेमलता बुराडी इलाके में अपना पार्लर चलाती है। पुलिस को जांच में पता चला वह लोगों को हनीट्रेप में फंसाती थी। वर्ष 2014 में लाजपत नगर थाने में भी उसके खिलाफ प्राथमिकी हुई थी।