बुलंदशहर। जल निगम व कार्यदायी संस्था की उदासीनता के चलते सीवर लाइन की सफाई को उतरे तीन मजदूर बेहोश हो गए। उनमें से एक ही मौत हो गई। मजदूरों को बिना सुरक्षा उपकरण सीवर में उतारा गया था।
शाम को सफाई करने पहुंचे थे मजदूर
शहर के स्याना अड्डा बुधवार की शाम मजदूर सीवर लाइन की सफाई के लिए पहुंचे। एक मजदूर आमिर पुत्र अली निवासी चांदपुर थाना गुलावठी सीवर लाइन की सफाई को नीचे उतर गया। काफी देर तक उसकी कोई प्रतिक्रिया न आने पर दूसरे मजदूर हाशिम निवासी बदांयू ने सीवर लाइन में झांकर देखा तो आमिर बेहोश पड़ा हुआ था। हाशिम साथी मजदूर को बचाने को सीवर लाइन में नीचे उतर गया लेकिन वह भी बेहोश हो गया। ट्रैक्टर चालक योगश पुत्र रोहताश निवासी जेहरा थाना खानपुर हाल पता स्याना भी सीवर लाइन में उतर गया। वह भी बेहोश हो गया।
मजदूरों को बचाने पहुंचे फायरमैन भी हुए बेहोश
सूचना पर पहुंचे दमकल विभाग के फायरमैन सुनील व हिमांशु दीक्षित सीवर में उतरे तो वह भी बेहोश होने लगे। इसके बाद फायरमैन किट पहनकर सीवर लाइन में उतरे और बेहोश मजदूरों को बाहर निकाला। तीनों मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के बाद आमिर को होश आ गया। योगेश को डाक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया।
बेहोश हुए मजदूर योगेश की मौत
सीवर लाइन में बेहोश हुए योगेश कुमार की हायर सेंटर ले जाते समय मौत हो गई। स्वजन ने योगेश की मौत पर जमकर हंगामा किया। डीएम चंद्रप्रकाश सिंह सूचना पर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और योगेश के स्वजन को सांत्वना देते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। मृतक के स्वजन को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को संज्ञान में लेकर डीएम को जांच कर दोषियों के खिलाफ खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बिना किट के सीवर सफाई को उतारे मजूदर
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि कार्यदायी संस्था ने बिना सुरक्षा उपकरण के ही मजदूरों को सीवर लाइन में उतार दिया। जिससे चलते मजदूर बेहोश हो गए।
सीवर लाइन की सफाई को जरूरी सुरक्षा उपकरण
ग्लब्स, जैकेट, सीवरेज व दलदल की सफाई के लिए विशेष ड्रेस, जूते, फेस मास्क, हेलमेट, हैंड ग्लब्स, जैकेट विशेष रूप से होती है।